बालिका गृह कांड में तेजस्वी ने सीेएम नीतीश से पूछे कई तीखे सवाल, मांगा इस्तीफा

पटना। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौनशोषण कांड को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कई ज्वलंत प्रशन पूछा है। उन्होंने सबसे पहले पूछा है कि नीतीश जी बताएं, अभी बिहार में स्टेट कौन चला रहा है। हर कोने में एेसी घटनाएं हो रही हैं। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने मुज़फ़्फ़रपुर महापाप कांड पर टिप्पणी की है कि बिहार में बलात्कार कांड स्टेट स्पॉन्डर है। बालिका गृह कांड में तेजस्वी ने सीेएम नीतीश से पूछे कई तीखे सवाल, मांगा इस्तीफा

सुप्रीम कोर्ट की इतनी बड़ी टिप्पणी के बावजूद भी तथाकथित नैतिक पुरुष नीतीश कुमार क्यों चुप है? क्यों कुर्सी से चिपके हुए है? हम नीतीश कुमार से इस्तीफ़ा माँग रहे है क्योंकि उनकी नाक के नीचे यह जघन्य महापाप हुआ है। हम बिहार के आइपीआरडी (सूचना एवं जनसंपर्क विभाग) मंत्री और गृहमंत्री का इस्तीफ़ा मांग रहे है।

2005 से बिहार के पीआरडी मंत्री कौन है जिनके कार्यकाल में ब्रजेश ठाकुर के अख़बारों की मात्र प्रतिदिन 200-400 प्रति छपने के बावजूद उसे करोड़ों का विज्ञापन दिया गया? बिहार के पीआरडी मंत्री का 12 वर्षों से ब्रजेश ठाकुर से क्या तालुक्क रहा है? बिना जाँच के उसे जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा विज्ञापन में क्यों लुटाया गया? 

पीआरडी मंत्री नीतीश कुमार बतायें उन्हें ब्रजेश ठाकुर के अख़बारों में विज्ञापन देने के बदले क्या मिलता था? कैसे मिलता था? क्यों मिलता था? कब मिलता था? कहां मिलता था? नीतीश जी बतायें, उसके अख़बार की क्या ख़ूबी थी कि विधानमंडल परिसर में केवल ब्रजेश ठाकुर का ही अख़बार सर्कुलेट होता था? बाक़ी अख़बार क्यों नहीं?

हम माननीय सुप्रीम कोर्ट से सविनय निवेदन करते है कि वो सूचना जनसम्पर्क विभाग के अबतक रहे सभी अधिकारियों की जाँच में पूछताछ सुनिश्चित करवाये? विशेषत: उनसे जो स्वास्थ्य विभाग के भी प्रधान सचिव रहे है जिनके कार्यकाल में ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ को दिल खोलकर सरकारी फ़ंड मिला है? नीतीश कुमार के उन सभी चेहते अधिकारियों से गहन पूछताछः कर उनके ब्रजेश ठाकुर से संबंधों की जांच करवाई जाए?

आइपीआरडी मंत्री नीतीश कुमार ने अभी आइपीआरडी विभाग का सचिव उसी अधिकारी को बनाया हुआ है जो काफ़ी दिनों तक मुज़फ़्फ़रपुर का डीएम रहा है। इसी अधिकारी ने ब्रजेश ठाकुर की राज़दार मधु जो अभी भी ग़ायब है उसे उस वक़्त के मुज़फ़्फ़रपुर ज़िलाधिकारी और आइपीआरडी के वर्तमान निदेशक एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के वर्तमान विशेष सचिव ने समाज कल्याण विभाग से उसी मधु को “ज़िला महिला सम्मान” देने की सिफ़ारिश की थी। मुख्यमंत्री उस अधिकारी को अपनी आंख का तारा क्यों बनाए हुए है?

हम बिहार के गृहमंत्री से इस्तीफ़े की मांग करते है। क्योंकि मुज़फ़्फ़रपुर में थाने से चंद मिनटों की दूरी पर ब्रजेश ठाकुर वर्षों से मासूम नादान बच्चियों के साथ दुष्कर्म करवा रहा था। लेकिन पुलिस को ख़बर तक नहीं लगी। यह कैसे संभव है?

गृहमंत्री नीतीश कुमार बतायें मुख्य अभियुक्त का नाम नामज़द प्राथमिकी में क्यों नहीं था? पुलिस ने एफआइआर दर्ज करने में ढाई महीने क्यों लगाए? सरकार ने ढाई महीने तक टिस की रिपोर्ट को क्या दबा कर रखा?

पुलिस ने ब्रजेश ठाकुर का रिमांड क्यों नहीं लिया? क्या बाध्यता थी? अगर बाध्यता थी तो पुलिस ब्रजेश ठाकुर के रिमांड के लिए हाईकोर्ट क्यों नहीं गई? नीतीश जी बिंदुवार स्पष्टीकरण दें।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतायें, उनका ब्रजेश ठाकुर से क्या रिश्ता है? मुख्यमंत्री रहते उसके बेटे के बर्थडे का केक काटने नीतीश कुमार पटना से चलकर मुज़फ़्फ़रपुर ब्रजेश ठाकुर के घर उसके साथ किन संबंधों के आधार पर गए थे?

नीतीश कुमार बतायें, ब्रजेश ठाकुर को जदयू की सदस्यता कब, क्यों और किसने दिलवाईं? नीतीश जी बतायें, ब्रजेश ठाकुर को जदयू से कब निकाला गया?नीतीश जी बतायें, ब्रजेश ठाकुर किस हैसियत से मुख्यमंत्री की चुनावी सभा का संचालन करता था?

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड मामले में ढाई महीने बाद भी मुख्य अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर पर एफआइआर क्यों नहीं की गई? पुनः पीड़िताओं के बयान के बाद भी अभी तक तोंद वाला, मूँछ वाला और हंटर वाला की कोई खोज खबर नही! ब्रजेश का पुलिस रिमांड नही! कैसी सरकार, कैसी व्यवस्था, कौन जिम्मेवार? गृहमंत्री सह मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। नीतीश कुमार बतायें, स्वयं सहित उनके और कितने मंत्री मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड में संलिप्त है? नहीं तो जनता ख़ुलासा करेगी।

मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह कांड की गवाह बच्ची मधुबनी शेल्टर होम से कैसे ग़ायब हुई? उस बच्ची को किसने और क्यों भगाया है? अगर वह बच्ची एक हफ़्ते में नहीं मिलती है तो हम आंदोलन करेंगे। मंजू वर्मा के पति इस कांड की एकमात्र कड़ी नहीं है। उनके और भी रसूख़दार मंत्री अभी मंत्रीमंडल में है। नीतीश कुमार जानते है वो कौन-कौन है? उन्हें नीतीश कुमार हटाने से क्यों डर रहे है? या फिर जनता के दबाव में हटाएँगे।

हम माननीय सुप्रीम कोर्ट से निवेदन करते है कि वो जांच करवाये कि जांच के मध्य ही मात्र एक व्यक्ति की सीडीआर डिटेल्स पब्लिक डोमेन में कैसे आयी? किसने सीडीआर लीक की? जिसने भी की उसे सज़ा दी जाए। मात्र चंद्रशेखर वर्मा की ही call details क्यों सार्वजनिक की गई बाक़ीयों की क्यों छिपाई गई?

यह किसे बचाने की कोशिश हो रही है? सीडीआर में यह क्यों नहीं बताया गया कि किस केंद्रीय मंत्री और किन सांसदों ने ब्रजेश ठाकुर को बचाने के लिए फ़ोन किया था? नीतीश कुमार जी बतायें स्वास्थ्य विभाग के जिस अधिकारी ने ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ को नॉन पर्फ़ोर्मन्स के आधार पर ब्लैक लिस्टेड किया था उस अधिकारी का किसकी सिफ़ारिश पर ट्रान्स्फ़र किया गया? ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ को कालीसूची में डालने की सज़ा उस अधिकारी को क्यों दी गयी?

नीतीश कुमार जी बतायें उनके दल के समस्तीपुर ज़िला के वो कौन बड़े नेता है जिनके ब्रजेश ठाकुर से गहरे संबंध है? नीतीश कुमार उनका नाम उजागर करें। नीतीश कुमार जी आप स्वयं अपने दल के ऐसे नेताओं को हटाएँगे या फिर हमारे ख़ुलासे का इंतज़ार करेंगे। मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड प्रकरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की संदिग्ध भूमिका है इसलिए नैतिकता के आधार पर हम उनसे इस्तीफ़े की मांग करते है

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