गाजियाबाद में वकील की पिटाई: वेस्ट UP के 22 जिलों में रहेगी हड़ताल

गाजियाबाद। मारपीट और लाठीचार्ज के बाद गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल पंडित व सचिव विश्वास त्यागी ने बताया शुक्रवार को कचहरी परिसर में अधिवक्ता कार्य से विरत रहकर हड़ताल पर हैं। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद बार के समर्थन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों की बार एसोसिएशन ने हड़ताल करने की घोषणा की है। इस दौरान अधिवक्ता न्यायिक कार्य से पूरी तरह विरत रहेंगे।गाजियाबाद में वकील की पिटाई: वेस्ट UP के 22 जिलों में रहेगी हड़ताल

बेनतीजा निकली संयुक्त बैठक

हंगामे के बाद अधिवक्ता एसपी सिटी द्वारा कराए गए लाठीचार्ज का विरोध करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। मामले को शांत कराने के लिए जिला जज गिरजेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई। इसमें जिला जज के अतिरिक्त एसएसपी, एडीएम व अधिवक्ता शामिल हुए। बैठक में अधिवक्ता एसपी सिटी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे और बैठक में कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। अंत में अधिवक्ताओं ने एसपी सिटी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए जिला जज को शिकायती पत्र दिया। 

गौरतलब है कि विजयनगर थाना क्षेत्र में होटल संचालक के साथ हुई मारपीट के बाद पुलिसकर्मियों द्वारा अधिवक्ता से की गई मारपीट के बाद बृहस्पतिवार को कचहरी में हंगामा हुआ था। अधिवक्ताओं ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन व नारेबाजी की थी। उनकी शिकायत पर एसएसपी ने विजयनगर थाने के चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए थे। इसके बाद भी मामला नहीं थमा और अधिवक्ताओं व पुलिस में झड़प हो गई। अधिवक्ताओं ने पथराव व पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

आरोप है कि पुलिस ने चैंबरों से निकालकर महिला व पुरुष अधिवक्ताओं पर लाठियां भांजीं। लाठीचार्ज में बार एसोसिएशन के सचिव विश्वास त्यागी, अनीस चौधरी, गौतम त्यागी समेत कई अधिवक्ता घायल हुए। वहीं, पथराव में सब इंस्पेक्टर विपिन मलिक, कांस्टेबल संजीव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए। अधिवक्ता एसपी सिटी आकाश तोमर पर जबरन लाठीचार्ज कराने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। 

बता दें कि अधिवक्ता डालचंद गौतम अपने तीन साथियों के साथ बुधवार देर रात तिगरी गोल चक्कर पर स्थित एक होटल में खाना खाने गए थे। इस दौरान उनका किसी बात को लेकर होटल संचालक से विवाद हो गया। दोनों पक्षों में मारपीट हुई। इसके बाद उन्होंने 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दी।

डालचंद गौतम का आरोप है कि मौके पर पहुंची पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्रता व मारपीट की और उन्हें थाने लाकर उनका मोबाइल, पर्स व अन्य सामान ले लिया। यहां उनके साथ मारपीट की गई। बृहस्पतिवार सुबह इस संबंध में अधिवक्ताओं को जानकारी हुई तो वह बार सभागार के बाहर एकत्र हुए और हंगामा करने लगे। बार एसोसिएशन ने विरोध में हड़ताल की घोषणा कर दी।

अधिवक्ता एकत्र होकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे और मामले की शिकायत की। एसएसपी वैभव कृष्ण ने विजयनगर थाने के मुंशी धीरज, पीसी 11 पर तैनात सिपाही शमी रजा, दुर्वेश व चालक मनोज को निलंबित कर दिए। एसएसपी ने अधिवक्ताओं को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। अधिवक्ता कचहरी पहुंचे तो दोबारा से हंगामा होने लगा।

सूचना पर एसएसपी कचहरी पहुंचे और दोबारा समझा-बुझाकर अधिवक्ताओं को शांत करा दिया और वापस अपने ऑफिस आ गए। इस बीच एसपी सिटी आकाश तोमर कचहरी पहुंचे और उनकी किसी बात को लेकर अधिवक्ताओं से झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस ने अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज किया तो अधिवक्ताओं ने पथराव कर दिया। मौके पर जिले के सभी थानों की पुलिस समेत पीएसी बुलाई गई। कुछ ही देर में कचहरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने कचहरी में फ्लैग मार्च किया। एहतियातन देर शाम तक कचहरी में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

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