सांप्रदायिक दंगों के बाद श्रीलंकाई पीएम पर गिरी गाज
कोलंबो: देश में आपातकाल की घोषणा के बावजूद कैंडी जिले में बहुसंख्यक सिंहला बौद्धों और अल्पसंख्यक मुसलमानों के बीच ताजा हिंसा के बादराष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से कानून- व्यवस्था मंत्रालय छीन लिया है. विक्रमसिंघे की यूनाइटेड नेशनल पार्टी( यूएनपी) के वरिष्ठ सदस्य रंजीत मद्दुमा बंडारा ने सुबह देश के कानून- व्यवस्था मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. पुलिस इसी मंत्रालय के तहत आती है.
कानून- व्यवस्था मंत्री के रूप में विक्रमसिंघे का 11 दिनों का कार्यकाल कैंडी जिले में सोमवार से जारी नस्लीय तनाव के कारण बेहद मुश्किलों भरा रहा. बहुसंख्यक सिंहला भीड़ ने मुसलमानों के उद्योगों और धार्मिक स्थलों पर हमले किये जिसके कारण सरकार को आपातकाल की घोषणा करनी पड़ी.