पुलिस की पाठशाला में SP क्राइम ने छात्राओं को दिए ‘सुरक्षा के मंत्र’, बोले- ऐसे बनें ‘पावर एंजल’

मथुरा में लगाई गई पुलिस की पाठशाला में छात्राओं ने आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ महिला सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों को जाना। 

छेड़छाड़ की घटनाओं पर छात्राओं द्वारा पूछे गए सवालों पर एसपी क्राइम ने बड़ी गंभीरता से जवाब दिए। गोवर्धन रोड स्थित रतन लाल फूल कटोरी देवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गया। 

मुख्य अतिथि एसपी क्राइम राजेश कुमार सोनकर ने कहा कि छात्राओं को अब डरने के बजाय अपनी झिझक तोड़ने की जरूरत है। किसी भी घटना पर तुरंत 1090 वूमेंस पावर हेल्पलाइन पर शिकायत की जा सकती है, पुलिस हमेशा आपके लिए तैयार है। 24 घंटे और फिर सात दिन में घटना का फीडबैक लिया जाएगा। 

छात्राओं को दी कानून की जानकारी

एसपी क्राइम ने आम जनता के लिए 100 डायल, घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए 181 हेल्पलाइन व पाक्सो एक्ट की जानकारी भी छात्राओं को दी। उन्होंने कहा कि आज आप डर रही हैं, कल आप ही अधिकारी बनकर लोगों को इन अपराधों को रोकने के लिए प्रेरित करेंगी। 

कार्यक्रम में प्रधानाचार्य नीता सिंह ने स्मृति चिह्न भेंटकर उनका स्वागत किया। संचालनकर्ता प्रमिला गुर्जर ने ‘कोमल है कमजोर नहीं तू, शक्ति का नाम ही नारी है, सबको जीवन देने वाली, मौत भी तुझसे हारी हैं’ पंक्तियों से छात्राओं में जोश का संचार किया। 

पाठशाला में छात्राओं ने एसपी क्राइम से सवाल पूछे। एक छात्रा ने कहा कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने पर रिश्वत की मांग करती है। घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए क्या हेल्पलाइन है। इस पर एसपी क्राइम ने उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।

छात्राएं बन सकतीं हैं पावर एंजल

छात्राएं अब वूमेंस पावर एंजल बन सकती हैं, जो पुलिस की मदद करेंगी। घटना की जानकारी होने पर वो पुलिस को उससे अवगत कराएंगी। इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।

इस मौके पर एसपी क्राइम राजेश कुमार सोनकर ने कहा कि छात्राओं में जागरूकता के लिए ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिए। यदि छात्राएं स्वयं जागरूक होंगी तो उनके साथ होने वाली घटनाओं में कमी आएगी। 

अब किसी डर नहीं 

छात्रा अंशिका ने कहा कि पाठशाला में महिला हेल्पलाइन के बारे में जानकारी मिली जिसका उपयोग मुसीबत में किया जा सकेगा। अब किसी से डरने की आवश्यकता नहीं हैं।

वहीं निकिता ने बताया कि लड़कियों को चाहिए कि वे घटनाओं को नजरअंदाज करने के बजाय उनका सामना करें ताकि आने वाले समय में उसका दुष्परिणाम न उठाना पड़े।  

Back to top button