कभी अलग होकर पति-पत्नी को नहीं करने चाहिए ये काम…

शास्त्रों के अनुसार यदि पति-पत्नी साथ में मिलकर किसी तीर्थ स्थल के दर्शन करते है, तो इसका पुण्य कई जन्मों तक उनके साथ रहता है। पति-पत्नी का एक साथ मिलकर तीर्थ दर्शन करने व मंदिर में पूजा करने का क्या महत्व है? इससे उनकी कई मनोकामनाएं पूरी होती है। 

पति पत्नी साथ में करें ये काम:

पति-पत्नी को एक दूसरे का पूरक माना गया है, यदि ये दोनों साथ में मिलकर पूजा, दर्शन आदि करते है, तो इससे प्राप्त पुण्य कई गुना बढ़ जाता है और पूजा पूर्ण मानी जाती है।

पत्नी को अर्द्धांगनी कहा जाता है और यही वजह है कि पूजा आदि सभी धार्मिक कर्म काण्डों में दोनों का साथ रहना अनिवार्य होता है।

यदि पति-पत्नी एक साथ मिलकर किसी तीर्थ स्थल पर दर्शन करने जाते है, तो इसका पुण्य एक साथ प्राप्त होता है। दोनों के प्रेम में भी वृद्धि होती है। 

शास्त्रों में स्त्री को शक्ति का स्वरुप माना गया है जो पुरुष को पूर्ण करती है तथा पुरुष के जीवन में स्त्री उसकी शक्ति होती है, इसी वजह से दोनों का धार्मिक क्रिया कलापों में होना अनिवार्य माना जाता है।

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