तो इसलिए हम नहीं ले पाते सेक्स के दौरान लड़कियों से पॉर्न जैसा मजा जानें इसके पीछे का ये बड़ा कारण…

आजकल पॉर्न देख-देखकर लोग सेक्स को लेकर बहुत सारी ऐसी इच्छाएं पाल लेते हैं, जो हकीकत से कोसों दूर होती हैं। पॉर्न में होने वाला सेक्स और असल में होने वाला सेक्स बहुत अलग होता है। पॉर्न देखकर ही वे रियल लाइफ के रियल सेक्स का आनंद उस तरह नहीं उठा पाते, जिस तरह वो चाहते है। रियल सेक्स को एंजॉय करना है तो अपने दिमाग से पॉर्न सेक्स की वजह से पैदा हुई सारी एक्सपेक्टेशंस को बाहर निकालना होगा।
क्या इनमे अंतर:
पुरुषों के निजी पार्ट्स: नॉर्मल लोगों के मुकाबले एडल्ट फिल्मों में काम करने वाले पुरुषों के निजी अंग सही ढ़ंग से विकसित होते हैं।

हेयरी जेनिटल्स: पॉर्न स्टार्स के जेनिटल हेयर न के बराबर होते हैं। जबकि रियल लाइफ में 65 प्रतिशत औरतों और 85 प्रतिशत पुरुषों के जेनिटल्स हेयर ग्रोथ ज्यादा होती है।
उत्तेजना: सामान्य लोगों की भावनाओं को उत्तेजित होने में 10-12 मिनट का समय लगता है, जबकि पॉर्न स्टार्स इतना वक्त नहीं लेते।

ऑर्गैजम: फीमेल पॉर्न स्टार्स केवल पेनिट्रेशन से ही ऑर्गैजम तक पहुंच जाती हैं, जबकि असल में 71 प्रतिशत औरतें केवल पेनिट्रेशन से ऑर्गैजम तक नहीं पहुंच पातीं।

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