सिद्धू से सहमत नहीं वित्तमंत्री, बोले-पाकिस्तान की कथनी-करनी में अंतर

चंडीगढ़ : पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से नवजोत सिंह सिद्धू के गले मिलने पर उपजे विवाद को लेकर अब वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने चुप्पी तोड़ी है। मनप्रीत ने पंजाब सचिवालय में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बातचीत में पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि उसकी कथनी और करनी में अंतर है।

अब तक का तजुर्बा यही कहता है कि पाकिस्तान कहता तो है लेकिन हकीकत में उस पर खरा नहीं उतरता।करतारपुर कॉरिडोर को खुलवाने की बात नवजोत सिंह सिद्धू कर रहे हैं, वह 70-72 साल पुराना मामला है। बाकायदा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह जब पाकिस्तान दौरे पर गए थे तो वहां की हुकूमत ने कॉरिडोर खोलने का भरोसा दिया था लेकिन बाद में न केवल भरोसा तोड़ा बल्कि छोटी सोच का परिचय दिया। इस बार भी पाकिस्तान ने कॉरिडोर खोलने की बात कही है। अब की बार पाकिस्तान को दिल बड़ा कर कुछ किलोमीटर के रास्ते को खोलने की पहल करनी चाहिए। यह कॉरिडोर सिखों के जज्बातों से जुड़ा हुआ मसला है।

यह बन जाता है तो पाकिस्तान की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं होगा। अलबत्ता, भारत में पाकिस्तान की गुडविल बढ़ेगी।मनप्रीत ने कहा कि पाकिस्तान स्थायी तौर पर कॉरिडोर की सुविधा नहीं दे सकता है तो सिख धर्म से जुड़े खास अवसरों पर ही कॉरिडोर के जरिए गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन की इजाजत देने की पहल करे ताकि सिख संगत गुरुद्वारा साहिब में माथा टेक सके। मनप्रीत ने पाकिस्तान से लैंड एक्सचेंज की किसी संभावना को भी सिरे से खारिज कर दिया। मनप्रीत ने अमरीका में सिखों पर हो रहे नस्लीय हमलों पर चिंता जताई। 

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