शिवपाल जैसे-जैसे सेकुलर मोर्चा को मजबूत करने के लिए कदम उठा रहे हैं, उन्हें मनाने की कोशिशें भी शुरू हो गई हैं। शिवपाल जन्माष्टमी पर इटावा गए थे लेकिन मुलायम के बुलावे पर लखनऊ आ गए। मुलायम से मिलकर वह बुधवार दोपहर बाद फिर सैफई चले गए।
शिवपाल के समर्थकों का कहना है कि सपा में सम्मान के सारे रास्ते बंद हो जाने पर ही सेकुलर मोर्चा बनाया गया है। अब शिवपाल पीछे नहीं हटेंगे। हालांकि सपा में एक खेमा मानता है कि अलग होने से शिवपाल का नुकसान होगा।