शिवपाल ने अखिलेश को पार्टी अध्यक्ष बताते हुए कही ये बात
बरेली। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे शिवपाल सिंह यादव आजकल हाशिए पर हैं। उनको अब संगठन में कोई भी कदम उठाने से पहले पार्टी के अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की हरी झंडी का इंतजार है।
बरेली में कल एक निजी कार्यक्रम में पधारे शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि फिलहाल तो हम समाजवादी पार्टी में मात्र विधायक ही हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव है। वह अगर जिम्मेदारी देंगे तो ही संगठन के मामलों में दखल देंगे। अपने राजनीतिक भविष्य के बाबत कहा कि समाजवादी पार्टी उनकी अपनी है, इसके ही साथ रहेंगे। प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन के बावजूद हार और अब महागठबंधन के सवाल पर शिवपाल सिंह ने कहा फिलहाल सपा और बसपा साथ हैं। कांग्र्रेस समेत सभी दल मिल जाएं तो भाजपा की हार तय है। उन्होंने भाजपा के कार्यकाल में भ्रष्टाचार को दस गुना बढ़ा हुआ बताया।
उन्होंने कहा कि प्रशासन या पुलिस का दारोगा तक भाजपा के माननीयों की नहीं सुनता। ऐसे जनप्रतिनिधि जनता के काम क्या करा पाएंगे। इसके बाद अखिलेश यादव के सरकारी बंगले को खाली कराने और तोड़-फोड़ पर वह अखिलेश के साथ दिखे। उन्होंने कहा कि घर खाली करने में समय दिया जाता है, वो नहीं दिया। रही बात तोडफ़ोड़ व सामान ले जाने के मामले की तो कोई सरकारी नहीं अपना ही सामान लेकर गए हैं। समाजवादी कुनबे में कलह तो फिलहाल थम गई लेकिन अभी शिवपाल सिंह यादव को पार्टी में कोई जिम्मेदारी नहीं मिल सकी है। लोकसभा चुनाव से पार्टी में बहुत कुछ बदलाव की चर्चा है। दौरे को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
पूर्व मंत्री शिवपाल का मुस्लिम क्षेत्रों पर फोकस
इसे दबाव की राजनीति मानें या राजनीतिक मैदान में मजबूती से डटे रहने की कोशिश। मकसद चाहे जो भी हो, अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शिवपाल सिंह यादव के निजी दौरे ने सियासी गलियारों में हलचल जरूर पैदा की है। उनके दौरे से पार्टी के अपने दूरी बनाए रहे लेकिन, मुस्लिम हल्कों में उन्हे तरजीह मिली। खासतौर से दरगाह आला हजरत पर न सिर्फ उनकी शहर काजी से मुलाकात हुई बल्कि उन्होंने जानशीन मुफ्ती आजम हिंदू मुफ्ती अख्तर रजा खां अजहरी मियां से अपने लिए दुआ भी कराई। अघोषित कार्यक्रम के तहत शिवपाल सिंह दोपहर बाद सर्किट हाउस पहुंचे। यहां सपाइयों के रूप में एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शिवप्रताप यादव ही दिखाई दिए।
उनके करीबी लोगों की शहर में लिस्ट तो लंबी है लेकिन पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव को खास माना जाता है। वीरपाल सिंह के साथ अन्य सभी प्रमुख पार्टीजन कार्यक्रम से दूर रहे। इस बारे में शिवपाल सिंह का कहना था कि हमने किसी को बुलाया नहीं, इसलिए कोई आया भी नहीं। सर्किट हाउस में विश्रम के बाद वह दरगाह आला हजरत पहुंचे। हाजरी देकर चादरपोशी की। उसके बाद शहर काजी मौलाना असजद रजा खां कादरी से मुलाकात की। जानशीन मुफ्ती आजम हिंदू बीमार चल रहे हैं, उनका हाल जाना। बाद में जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खां कादरी के आवास पर भोजन किया। इससे पहले पुराना शहर में जगतपुर निवासी डॉ. आरिफ के घर भी गए।
शिवपाल को पहनाई 51 किलो की माला
शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोसिएशन ने सर्किट हाउस में सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव का 51 किलो की माला पहनाकर स्वागत किया। एसोसिएशन जिलाध्यक्ष ने बताया कि पूर्व मंत्री ने एसोसिएशन सदस्यों को संबोधित कर संगठन को और मजबूत बनाने और दलित, गरीबों, किसानों व नौजवानों की समस्याओं के लिए संघर्ष करने को कहा है।