शिवसेना ने PM मोदी पर बोला हमला, ‘बताएं रैलियों के लिए कहां से लाते हैं पैसे’

नई दिल्ली: शिवसेना और बीजेपी के बीच दूरियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. केंद्र और महाराष्ट्र में मिलकर सरकार चला रही शिवसेना ने मंगलवार को संसद में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सीधे तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया. लोकसभा में बहस के दौरान शिवसेना ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह धनबल के दम पर चुनाव जीतती है. इस दौरान शिवसेना ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों के लिए पैसे कहां से आ रहे हैं?

‘पीएम पद छोड़कर सांसद के तौर पर चुनाव में उतरें पीएम मोदी’
लोकसभा में भ्रष्टाचार रोकथाम (संशोधन) विधेयक बिल पर चर्चा के दौरान शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और एक सांसद की तरह प्रचार करना चाहिए. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर केंद्र में अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि सत्तापक्ष की कथनी-करनी में अंतर है. लोकसभा में भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) विधेयक, 2018 पर चर्चा में भाग लेते हुए शिवसेना के अरविंद सावंत ने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क है. भ्रष्टाचार को लेकर उसकी कथनी तो ठीक है लेकिन करनी नहीं दिखाई देती. उन्होंने कहा कि नोटबंदी का मकसद आतंकवाद, कालाधन और भ्रष्टाचार पर रोकथाम लगाना था. लेकिन सरकार दिल से बताए कि क्या तीनों में से एक भी कम हुआ. 

शिवसेना ने चुनाव खर्च पर उठाए सवाल
सावंत ने कहा कि सीमा पर 600 सैनिक मारे गये, आतंकवाद कहां कम हो गया? उन्होंने कहा, ‘विचारधारा और आचरण ठीक नहीं है. केवल एक ही बात रह गयी है सत्ता, सत्ता और सत्ता. आज साम, दाम, दंड और भेद सब अपनाया जा रहा है.’ सावंत ने सभी राजनीतिक दलों में भ्रष्टाचार होने की बात को रेखांकित करते हुए कहा कि कोई भी जनप्रतिनिधि आज दावा नहीं कर सकता कि उसने चुनाव आयोग की तय पाबंदी के अंदर खर्च करके चुनाव लड़ा हो. उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों के दाखिले और चुनावों में भ्रष्टाचार पूरी तरह से व्याप्त है.

‘बीजेपी ने सरकार खजाने का दुरुपयोग किया’
सावंत ने बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हाल ही में जितने चुनाव हुए हैं, ‘‘सत्तापक्ष दिल से कहे कि चुनाव कैसे लड़े गये.’’ उन्होंने पूछा कि आज प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों की चुनावी सभाओं का खर्च कौन करता है? पार्टी करती है या देश के खजाने से खर्च किया जाता है? शिवसेना सांसद ने कहा कि पार्टी के प्रचार के लिए देश के खजाने का पैसा खर्च करना बहुत अनुचित है. सरकार में सहयोगी दल के सांसद ने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘पहले इन्होंने यह सब किया और आज हम (सरकार) कर रहे हैं.’’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भी अगर चुनाव लड़ें तो उन्हें पद से इस्तीफा देकर सांसद के रूप में चुनाव में जाना चाहिए. सावंत ने आरोप लगाया कि राज्यसभा और विधान परिषदों में पार्टियां पैसे लेकर धनी लोगों को भेजती हैं. यही तो भ्रष्टाचार है. हालांकि सावंत ने विधेयक का स्वागत करते हुए कहा कि सही से इसे लागू किया गया तो भ्रष्टाचार के खिलाफ रोकथाम में फायदा होगा.

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