राजकीय सम्मान के साथ हुआ शशि कपूर का अंतिम संस्कार

शशि कपूर के निधन के साथ ही कपूर खानदान की दूसरी पीढ़ी का अंत हो चुका है। मुंबई के सांताक्रूज में उनके पार्थिव शरीर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर पूरे कपूर खानदान के साथ बॉलीवुड के तमाम बड़े दिग्गज और सरकारी अधिकारी मौजूद रहे।
राजकीय सम्मान के साथ हुआ शशि कपूर का अंतिम संस्कारबता दें कि कल देर शाम मुंबई के कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में शशि कपूर ने अंतिम सांस ली। वो 79 वर्ष के थे। अंतिम संस्कार के लिए उनके बच्चों संजना कपूर और करण कपूर का इंतजार किया जा रहा था। अमेरिका से मुंबई लौटते ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

शशि कपूर के निधन से दुखी सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने शशि कपूर की याद में एक ब्लॉग लिखा है। अमिताभ बच्चन, शशि कपूर के काफी करीब थे। दोनों ने एक साथ ‘दीवार’, ‘सुहाग’, ‘त्रिशूल’ जैसी फिल्मों में काम किया था। अमिताभ बच्चन ने रूमी जाफरी के एक शेर से अपने ब्लॉग की शुरुआत की।
 

‘हम जिंदगी को अपनी कहां तक सम्भालते 
इस क़ीमती किताब का कागज खराब था’ 

तीन बार नेशनल अवॉर्ड से नवाजे गए शशि कपूर

ब्लॉग में अमिताभ ने लिखा वो किस तरह शशि कपूर से प्रभावित थे। अपने ब्लॉग पर अमिताभ बच्चन ने शशि कपूर से जुड़ी कई यादें साझा की है। उन्होंने लिखा किस तरह वो शशि कपूर के हेयरस्टाइल, उनके बिहेवियर को कॉपी करते थे। अमिताभ ने बताया कि उन्हें शशि कपूर के घुंघराले बाल जो बड़ी बेतरतीबी से उनके माथे पर और कान के पास बिखरे रहते थे, बहुत पसंद थे। ब्लॉग में अमिताभ ने ये भी बताया है कि शशि कपूर उन्हें ”बबुआ” बुलाते थे।

जैसे ही शशि कपूर के निधन की खबर आई तो उनके अंतिम दर्शन को बॉलीवुड से तमाम स्टार्स जुटने लगे। अमिताभ बच्चन अपने पूरे परिवार के साथ कपूर खानदान के इस शोक की बेला में शामिल रहे। राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित कई बड़ें नेताओं ने ट्वीट कर शशि कपूर को श्रद्धांजलि दी है।

आपको बता दें कि शशि कपूर पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। शशि कपूर को शनिवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद एडमिट किया गया था। 60 और 70 के दशक में उन्होंने जब-जब फूल खिले, कन्यादान, शर्मीली, आ गले लग जा, रोटी कपड़ा और मकान, चोर मचाए शोर, दीवार कभी-कभी और फकीरा जैसी कई हिट फिल्में दी। शशि कपूर को तीन बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है। साल 2015 में उनको 2014 के दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया था।

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