शहीद दीपक नैनवाल को तीन साल के बेटे ने दी मुखाग्नि

आतंकियों के हमलों का मुंह तोड़ जवाब देते हुए शहीद हुए देहरादून के वीर सपूत दीपक नैनवाल की हरिद्वार में मंगलवार को अंतिम विदाई दी गई. शहीद दीपक नैनवाल को पूरे सैन्य सम्मान के साथ हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित शमशान घाट पर उनके तीन वर्षीय पुत्र के द्वारा मुखाग्नि देते हुए उनका अंतिम संस्कार किया गया.यह पल बेहद भावुक करने वाला था इस मंज़र को देखकर श्मशान घाट पर हर किसी की आँखों से अश्रुओं की वर्षा हो रही थी. शहीद नैनवाल का अंतिम संस्कार सेना की मातमी धुन और शस्त्र सलामी के बीच किया गया.शहीद दीपक नैनवाल को तीन साल के बेटे ने दी मुखाग्नि

देश की रक्षा करते हुए अपनी जान की बजी लगाने वाले जांबाज़ सेनानायक के अंतिम संस्कार में कोई भी मंत्री या जनप्रतिनिधि उपस्थित नहीं हुए. इस मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी श्रद्धांजलि देने के लिए सम्मिलित हुए परन्तु कोई विधायक और मंत्री यहां नजर नहीं आया. अपने देश की सुरक्षा के लिए जिसने मौत को गले लगा लिया उसको अंतिम विदाई देने के लिए किसी भी नेता प्रतिपक्ष की अनुपस्थिति से सभी लोग नाखुश नज़र आ रहे थे. 

विगत 10 अप्रैल को कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में घायल हुए महार रेजिमेंट के सेना नायक दीपक नैनवाल का पुणे के पैराप्लेजिक रिहैब सेंटर इलाज़ के दौरान रविवार को निधन हुआ था और सोमवार को उनका पार्थिव शरीर देहरादून में उनकरे निवास स्थान पर लाया गया था. जहाँ उनके अंतिम दर्शन के बाद उन्हें हरिद्वार के खड़खड़ी शमशान घाट पर अंतिम विदाई दी गई. 

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