यूएस ओपन: फाइनल में सेरेना पर लगा चीटिंग का आरोप, सेरेना ने बताया लैंगिक भेदभाव

यूएस ओपन में धोखाधड़ी का आरोप लगने के बाद स्टार टेनिस खिलाड़ी सेरेना विल्लियम्स एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं. सेरेना पर आरोप है कि उन्होंने यूएस ओपन के फ़ाइनल में चीटिंग की है, साथ ही उनपर ये भी आरोप है कि उन्होंने अंपायर को झूठा और चोर कहा है. हालांकि मैच के बाद सेरेना ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि उन्होंने फाइनल में किसी तरह की धोखाधड़ी नहीं की है, बल्कि उनके साथ लैंगिक भेदभाव किया गया है. 

उन्होंने कहा कि “मुझ पर एक गेम का जुर्माना लगाना लैंगिक भेदभाव है. यही मुकाबला अगर पुरुषों के बीच हो रहा होता तो अंपायर ‘चोर’ कहने पर कभी एक गेम का जुर्माना नहीं लगाते. मैं पुरुष खिलाड़ियों को अंपायर को कई बातें कहते सुन चुकी हूं. “मैं यहां महिलाओं के अधिकार और पुरुषों से उनकी बराबरी के लिए लड़ रही हूं.” दरअसल, यूएस ओपन के फाइनल में सेरेना पहले सेट में जापान की नाओमी ओसाका से 6-2 से हार गई थी. इसके बाद दूसरे सेट में अंपायर ने सेरेना के कोच को सेरेना की तरफ इशारा करते हुए देखा, तो उन्होंने सेरेना को चेतावनी देते हुए कहा कि मैदान पर कोचिंग देना नियम के खिलाफ है.

इसपर सेरेना ने अंपायर से रूखे स्वर में कहा कि वे नियम जानती हैं और कोच उन्हें निर्देश नहीं दे रहे थे, बल्कि मनोबल बढ़ा रहे थे. उन्होंने कहा कि मैं मैच जीतने के लिए बेईमानी नहीं करूंगी. इसके बजाय हारना पसंद करूंगी.” इसके बाद सेरेना ने दूसरा सेट 3-1 से लीड ले ली, लेकिन इसके तुरंत बाद नाओमी ने सेरेना की सर्विस तोड़ दी. इस गेम के ख़त्म होने के बाद सेरेना ने गुस्से में अपना रैकेट मैदान पर पटक कर तोड़ दिया, जिसे अंपायर ने नियमों का उल्लंघन माना और उनके खाते में एक पॉइंट का जुर्माना जोड़ दिया. इस जुर्माने से भड़की सेरेना ने अंपायर को चोर कहा, लेकिन अंपायर ने इसे भी नियम विरुद्ध मानते हुए सेरेना पर एक मैच का जुर्माना लगा दिया. इस मैच को नाओमी ने जीत लिया, लेकिन सेरेना के नाम पर भयंकर विवाद खड़ा हो गया. 

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