रेयान स्कूल- अभिभावकों में डर का माहौल, ये है पूरा मामला

प्रद्युम्न मर्डर केस में हाई कोर्ट द्वारा पिंटो फैमिली को मिली राहत के खिलाफ वरुण ठाकुर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. उन्होंने पिंटो फैमली की अंतरिम जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिया है. वरुण के वकील सुशील टेकरीवाल ने बताया कि इस केस की जांच अभी शुरुआती दौर में है. लिहाजा आरोपी अपने प्रभाव से जांच प्रभावित करने में सक्षम हैं.

सुप्रीम कोर्ट

 

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उनका कहना है कि आरोपियों ने घटना स्थल के अलावा भी कई सबूत मिटाए हैं. आरोपियों की ओर से अभी भी सबूतों से छेड़छाड़ और गवाहों पर दबाव की आशंका है. लिहाजा इनका जेल से बाहर रहना इंसाफ की राह में बड़ा रोड़ा होगा. इन दलीलों और तर्कों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई गई है कि हाइकोर्ट के अंतरिम आदेश को रद्द किया जाय.

सुप्रीम कोर्ट गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के प्रद्युम्न मर्डर केस से संबंधित दो मामलों की सुनवाई कर रहा है. इसमें सीबीएसई के जवाब पर भी चर्चा हो रही है. सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर कहा है कि स्कूल में गंभीर अनियमितताएं और सुरक्षा में खामियां मिली हैं. यदि स्कूल ने सजग होता तो छात्र की हत्या नहीं होती.

स्कूल की गंभीरतम लापरवाही

सीबीएसई ने ये भी कहा कि स्कूल मैनेजमेंट ने वारदात की सूचना तक पुलिस को नहीं दी और न ही एजुकेशन डिपार्टमेंट को बताया. स्कूल की ये गंभीरतम लापरवाही है. सीबीएसई बोर्ड देश भर के स्कूलों में सेफ्टी को लेकर सर्कुलर जारी करता रहता है. इसके तहत कहा गया है कि स्कूल में सेफ्टी के तमाम कदम उठाए जाएं, जो रेयान नहीं किया.

डर का माहौल

वकील आभा शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें कहा गया है कि रेयान स्कूल की घटना के बाद से देश भर के अभिभावकों में डर का माहौल है. बच्चों की सुरक्षा के लिए जो पॉलिसी तैयार की गई है, ज्यादातर स्कूल उसका पालन नहीं करते. याचिका मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट आदेश जारी करे कि इनका सही तरह से पालन हो.

ऐसे बढ़ी रेयान की मुश्किलें

हरियाणा सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम ने अपनी जांच में रेयान स्कूल में भयंकर कमियां पाई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, स्कूल के सीसीटीवी कैमरे खराब पाए गए. ड्राइवर और कंडक्टर छात्रों के टॉयलेट का ही इस्तेमाल किया करते थे. स्कूल की बाउंड्री वॉल टूटी हुई थी, जिससे स्कूल के अंदर आना जाना बेहद आसान था. खिड़की की ग्रील कटी थी.

स्कूल के खिलाफ कार्रवाई

स्कूल में काम करने वाले कर्मचारियों का किसी भी तरह का कोई पुलिस वेरिफिकेशन नहीं हुआ था. बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी अपनी टीम भेजकर स्कूल में जांच कराई थी, जिसमें कई गड़बड़ियां सामने आई थी. आयोग ने भी अपनी सिफारिशें गुरुग्राम प्रशासन को भेज दी थी, जिनमें स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही गई थी.

पूरा मामला

बताते चलें कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल में बीते शुक्रवार को दूसरी क्लास में पढ़ने वाले 7 साल के प्रद्युम्न के साथ कुकर्म की कोशिश करने के बाद उसकी गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बस कंडक्टर अशोक समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मृतक के पिता की मांग पर मामले की जांच अब सीबीआई को सौंपी गई है.

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