25 मई से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में शाम 7 बजकर 53 मिनट पर प्रवेश कर जाएगा। रोहिणी नक्षत्र के दौरान मंगल और केतु का संयोग कई तरह की परेशानियां लेकर आता है। जब मंगल और केतु एक ही राशि में गोचर रहते है तो उस समय अंगारक योग बनता है। इस योग के कारण कुछ राशि वालों पर इसका बहुत बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है।
क्या होता है अंगारक योग
जब मंगल और केतु एक ही राशि में होते है उस समय अंगारक योग बनता है। 2 मई से मंगल और केतु एक ही राशि में साथ-साथ है जो 6 नवंबर तक रहेंगे। जब अंगारक योग का निर्माण होता है तो उस समय भयंकर गर्मी, तेज आंधी और तमाम तरह की विपरीत परिस्थितियां बनती है जिसे अशुभ माना जाता है।
इन राशियों को सबसे ज्यादा नुकसान
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार जब भी ऐसा योग बनता है तो इस दौरान मिथुन, तुला, धनु, कर्क और कुंभ राशि वालों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। वृषभ, वृश्चिक और मीन राशि के लिए यह समय सबसे शुभ होता है जबकि बाकी राशियों के लिए अंगारक योग मिला जुला होता है।