सामाजिक समीकरण का दायरा बढ़ाएगा RJD, ये है तेजस्‍वी का फ्यूचर प्‍लान

लोकसभा चुनाव के एलान से पहले राजद का प्रयास अपने आधार के विस्तार का खाका तैयार करने का है। नए लोगों को पार्टी से जोड़ते हुए पुराने जनाधार को बरकरार रखने पर माथापच्ची की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की कोशिश पार्टी के परंपरागत माय समीकरण (मुस्लिम-यादव) के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं सवर्णों को भी साथ लेकर आगे बढऩे की है।

सामाजिक समीकरण का दायरा बढ़ाएगा RJD, ये है तेजस्‍वी का फ्यूचर प्‍लान

रामचंद्र पूर्वे की प्रदेश टीम को भी तेजस्वी अपने हिसाब से गढऩा चाहते हैं। यही कारण है कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर लालू प्रसाद के निर्वाचन के लंबे अंतराल के बाद भी प्रदेश कमेटी के गठन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है।

प्रदेश की सबसे अधिक 80 विधायकों वाली पार्टी अभी परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। लालू-राबड़ी की पार्टी को तेजस्वी ने अपनी कसौटी पर परखना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि प्रदेश अध्यक्ष पद पर डॉ. रामचंद्र पूर्वे लगातार चौथी बार आसीन हो गए। प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता को भी तेजस्वी की पसंद माना जा रहा है। प्रवक्ताओं की सूची में भी फेरबदल करके तेजस्वी यादव ने पार्टी को नई धार देने की कोशिश की है। टीम के बाकी संभावित सदस्यों को भी वफादारी के साथ-साथ पार्टी में सक्रियता की कसौटी से गुजरना पड़ रहा है।

अगले हफ्ते तक ऐलान

पूर्वे की टीम का ऐलान अगले हफ्ते तक किया जा सकता है। नई टीम पर पूर्वे ने दिल्ली जाकर राजद प्रमुख की अनुमति-सहमति ले ली है। नई टीम में नौ उपाध्यक्ष, 15 महासचिव एवं 25 सचिव बनाए जाएंगे। अधिकतर नाम पुराने होंगे, लेकिन तेजस्वी के हिसाब से कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन भी होगा।

भोला यादव की जगह अशोक यादव को महासचिव बनाया जा सकता है। एससी-एसटी एवं सवर्णों का प्रतिनिधित्व भी बढऩा तय है। संगठन के सभी पदों पर 60 फीसद आरक्षण लागू करने की तैयारी है। जिन जिलों में दलित, अतिपिछड़े एवं अल्पसंख्यकों में से जिस जाति की अधिक संख्या होगी, वहां उसी हिसाब से संगठन के पदों में आरक्षण दिया जाएगा।

 
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