Repo Rate में कटौती के बाद इन बैंकों ने दिया अपने ग्राहकों को तोहफा

आरबीआई की एमपीसी बैठक का आयोजन 7 अप्रैल को किया गया था। जिसका फैसला कल यानी 9 अप्रैल को जारी किया गया। आरबीआई की मौद्रिक समिति बैठक में ये तय किया गया कि रेपो रेट में 0.25 फीसदी कटौती की गई है। अब नया रेपो रेट 6 फीसदी हो गया है।

रेपो रेट का असर भी अब देखने को मिल गया है। कटौती के बाद कुछ बैंकों ने अपना लोन ब्याज दर रिवाइज किया है। बैंकों ने ब्याज दर में गिरावट करने का फैसला किया है। जिससे कई लोगों को फायदा होने वाला है।

रेपो रेट में बदलाव का असर बैंकों के लोन ब्याज दर और फिक्स्ड डिपॉजिट के दर पर देखने को मिलता है। जहां लोन ब्याज दर में गिरावट की जाती है। वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट के फ्लोटिंग रेट को बढ़ाया जाता है।

किन बैंकों ने की ब्याज दर में कटौती?
रेपो रेट में कटौती के बाद देश की दिग्गज सरकारी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक ने ब्याज दर घटा दिए हैं। इसके साथ ही इंडियन बैंक ने भी लोन ब्याज दर घटाया है। इसके अलावा इस लिस्ट में यूको और बैंक ऑफ इंडिया भी शामिल हैं।

पंजाब नेशनल बैंक
कटौती के बाद पंजाब नेशनल बैंक ने अपने आरबीएलआर (RBLR) में कटौती कर दी है। जिससे उनका नया ब्याज दर 8.85 फीसदी हो गया है। पहले बैंक लोन पर 9.10 फीसदी ब्याज दर वसूलता था।

इंडियन बैंक
इंडियन बैंक ने भी लोन ब्याज दर घटाएं है। ये फैसला रेपो रेट में कटौती के बाद लिया गया है। बैंक ने अपने आरबीएलआर में 0.35 फीसदी घटाया है। अब इंडियन बैंक की नई ब्याज दरें 8.70 फीसदी हो गई है। ये नई दरें कल यानी 11 अप्रैल से लागू की जाएगी।
इन दोनों बैंकों के अलावा यूको और बैंक ऑफ इंडिया ने भी ब्याज दर घटा दिए है। यूको बैंक की नई लोन ब्याज दर घटकर 8.8 फीसदी हो गई है।

आरबीआई ने क्यों की रेपो रेट में कटौती?
इस साल लगातार दूसरी बार आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती की है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक साल में हर दो महीने बाद रेपो रेट रिवाइज करती है। वहीं फरवरी 2025 में ऐसा 5 साल बाद हुआ कि रेपो रेट में कटौती की गई थी। ये दोनों ही एमपीसी मीटिंग नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में हुई है।

Back to top button