भाजपा विधायक के बयान पर महिला आयोग अध्यक्ष का पलटवार, कहा- कुछ कहने से पहले संयम रखें

नई दिल्ली: महाराष्ट्र महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने विधायक राम कदमके बेतुके बयान को वादग्रस्त है. विजया रहाटकर का कहना है कि राम कदम हो या कोई भी जनप्रतिनिधि महिलाओं के बारे में बोलते समय संयम से बोलना चाहिए. 

वहीं बीजेपी विधायक राम कदम अब सफाई दे रहे हैं.  उनका कहना है कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर दिखाया गया है और आगे पीछे की बातों को ठीक संदर्भ में नहीं दिखाया गया है. राम कदम ने अपनी सफाई में कहा है कि मेरे कहने अर्थ है कि लड़के लड़कियां शादी करते समय माता-पिता की आज्ञा लें.  क्लिप सुनो मैं बीच में रुक गया हूं. नीचे से किसी ने कुछ कहा तो हास्य के तौर पर वो लाइन कही है. मैंने कहा है कि मां और बहन लक्ष्मी का रूप हैं. ये आपने नहीं दिखाया है. एक दर्शक ने बीच में जो कहा मैंने वही कहा है. इसे अलग अर्थ में ना लें. मेरे मन में खोट नहीं है. मैं इस पर खेद प्रकट करता हूं. 

मुंबई के घाटकोपर पश्चिम से बीजेपी विधायक राम कदम के ये बिगड़े बोल लोगों को सुनने को मिले. जन्माष्टमी पर दही हांडी उत्सव का आयोजन था. राम कदम मंच पर थे और अपने वोटरों को लुभाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वोटर्स किसी भी तरह की मदद के लिए उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. जोश में वो यहां तक बोल गए कि अगर किसी को लड़की से प्यार है और उसके मां-बाप उस लड़की को बहू के रूप में स्वीकार करने को तैयार है तो वो उसे भगाकर शादी करवाने में उसकी मदद करेंगे. 

इस बयान के आने के बाद से ही बीजेपी विधायक राम कदम खबरों में छाए हुए हैं. दही हांडी जैसे पावन धार्मिक उत्सव पर बीजेपी विधायक ने सस्ती लोकप्रियता के लिए ये बातें कही जो लोगों को नागवार गुजरी. मीडिया में खबर आने के बाद से अब विधायक जी सफाई देते घूम रहे हैं.

Back to top button