दोस्त की मां-बहन से रेप की कोशिश, पकड़े जाने के डर से दोनों को जिंदा जलाया

ये गिरते सामाजिक स्तर का ही असर है कि आजकल लोग अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते समय रिश्तों और उम्र का भी लिहाज नहीं करते हैं.. रेप वारदात की घटनाएं तो आजकल आम हो गई हैं.. बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाएं भी इसका शिकार बन रही हैं। अमृतसर में एक ऐसी ही बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है जहां मां बेटी दोनों के साथ रेप करने की कोशिश की गई और फिर पकड़े जाने से बचने के लिए दोनों को जिंदा जला दिया गया । इस वारदात का सबसे शर्मनाक पहलु ये रहा कि आरोपियों में से एक शख्स मृतक महिला के बेटे के दोस्त निकला। दोस्त की मां-बहन से रेप की कोशिश

दोस्त की मां-बहन से रेप की कोशिश, पकड़े जाने के डर से दोनों को जिंदा जलायादरअसल बीते पांच फरवरी की रात अमृतसर के दर्शन एवेन्यू में हुए एक मां-बेटी के डबल मर्डर केस में अब पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। गुरुवार को पुलिस ने सरकारी स्कूल की क्लर्क गगन वर्मा और उसकी बेटी शिवनैनी की हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। गौरतलब है कि जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया उनमें से एक महिला के बेटे का दोस्त पंकज शर्मा भी शामिल है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी पंकज शर्मा 21 साल का है जबकि दूसरा आरोपी नीरज लगभग 18 साल का है.. दोनों ही गुरु गोबिंद सिंह नगर छेहर्टा के रहने वाले हैं। दरअसल पंकंज का अपने दोस्त रिदम के यहां पहले से आना जाना था ऐसे में उसे लगता था कि गगन वर्मा के पास काफी पैसें है और उसे आसानी से लुटा जा सकता है । पर ये लोग घर से केवल 670 रुपए और नकली जेवरात ही लूट पाए।

दरअसल रिदम तो बीस दिसंबर को ही कनाडा चला गया था। ऐसे में उसकी अनुपस्थिति में उसके घर में लूटपाट के इरादे से घुसे उसके दोस्त ने पहले उसकी 40 साल की मां के साथ रेप की कोशिश की.. लेकिन, रिदम की मां की बेहोशी के वजह से वो कामयाब ना हो सका .. ऐसे में उसके बाद उसने रिदम की 20 साल की बहन के साथ भी जबरदस्ती करने और उसके साथ भी रेप में नाकाम रहने के बाद खुद को बचाने के लिए दोनों को जिंदा ही जला डाला। लेकिन इस वारदात के एक हफ्ते बाद पुलिस आरोपियो तक पहुंच गई और पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

आरोपियों के कबूलनामें के अनुसार लूट की नीयत से अपने दोस्त रिदम के घर में पहुंचे पंकज और नीरज ने सबसे पहले गगनदीप वर्मा को क्लोरोफॉर्म सुंघा कर बेहोश कर दिया .. इसी बीच उन दोनों की नियत बदल गई और वे लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले गगनदीप वर्मा के साथ शारीरिक संबंध बनाने का मन बना लिया और उन्होने बेहोशी की हालत में गगनदीप के कपड़े उतार दुष्कर्म करने का प्रयास किया पर इसी बीच उसे होश हो गया। ऐसे में आरोपियों ने दूसरी बार फिर उसे क्लोरोफॉर्म सुंघा दिया। जिससे क्लोरोफॉर्म की मात्रा अधिक होने के वजह से गगनदीप फिर से बेसुध हो गई। तब आरोपियों को लगा कि वो मर गई है।

ऐसे में अपनी वासना की आग बुझाने के लिए पंकज और नीरज घर की ऊपरी मंजिल पर बैठी गगनदीप की बेटी शिवनैनी की ओर भागे। जहां दोनों ने उसे भी पकड़ क्लोरोफॉर्म सुंघा दिया और दुष्कर्म करने की नीयत से उसके भी कपड़े उतार दिए। लेकिन शिवनैनी के पीरिएड में होने के कारण उसे अपना शिकार न बना सके .. फिर उन्होंने क्लोरोफॉर्म लगे रूमाल को शिवनैनी के मुंह में ठूंस ऊपर से चुन्नी बांध दी। जिससे कि कुछ ही समय में ही शिवनैनी की दम घुटने से मौत हो गई। इसके बाद घर को पूरी तरह खंगालने के बाद जब दोनों आरोपी वहां से भागने लगे तो उन्होंने देखा कि गगनदीप की सांसें चल रही थीं। ऐसे में उन्होंने उस पर कपड़े डालकर जिंदा जला दिया और साथ ही सबूत मिटाने के लिए शिवनैनी को भी आग लगा दी । इसे बाद रात ही में वे मौके से भाग निकले।

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