रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर झांसी को बड़े देंगे तोहफे PM मोदी

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बड़ा योगदान करने वाली रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री उनकी झांसी को बड़े तोहफे देंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को झांसी में विकास की बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास तथा लोकार्पण करेंगे। माना जा रहा है कि पीएम मोदी झांसी में दुर्ग की तलहटी से देश को राष्ट्र रक्षा का संदेश देंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में झांसी के किला में राष्ट्रीय रक्षा समर्पण पर्व का समापन करने के साथ आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार करेंगे। पीएम मोदी भारत में निर्मित रक्षा उपकरणों को सेना को सौंपने के साथ ही रक्षा क्षेत्र के वैश्विक मानचित्र पर उत्तर प्रदेश को नई पहचान भी देंगे। पीएम मोदी झांसी को 3425 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। यहां पर यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के झांसी नोड में भारत डायनामिक्स लिमिटेड की रक्षा उपकरण इकाई लगेगी। पीएम मोदी इसका शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही अल्ट्रा मेगा सोलर पावर पार्क का भी शिलान्यास होगा। प्रधानमंत्री यहां अटल एकता पार्क का लोकार्पण करेंगे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ तथा केन्द्रीय मंत्री भानु प्रताप सिंह व अजय भट्ट भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना के साथ रामनरेश अग्निहोत्री भी झांसी में रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महोबा से शाम पांच बजे तक झांसी पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री यहां पर मुक्ताकाशी मंच पर पहुंचेंगे। वह विशेष कार से पीएम मोदी झांसी के दुर्ग का अवलोकन करेंगे। यहां पर भारत डायनामिक्स लिमिटेड के उपक्रम सहित प्रदेश के सबसे बड़े सोलर पावर प्लांट की आधारशिला रखने के साथ मोदी यहां एक संक्षिप्त जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद शाम 7:10 बजे पीएम का हेलीकाप्टर यहां से वापसी की उड़ान भरेगा।

वीरांगना की धरती से सेना को ताकत देंगे प्रधानमंत्री

वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की धरती से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वायु सेना की ताकत को और ताकत देने का भी काम करेंगे। दुर्ग की तलहटी से वह सेनाओं को आठ योजनाएं समर्पित करेंगे। इंडियन आर्मी को ड्रोन, नेवी को एडवांस इलेक्ट्रानिक वारफेयर सूट और एयरफोर्स को लाइट काम्बेट हेलिकाप्टर (एलसीएच) की सौगात देंगे। एयरफोर्स को 40 लाइट काम्बेट हेलिकाप्टर दिए जाने हैं, जिसका माडल वायु सेना प्रमुख को सौंपा जाएगा। यह हेलिकाप्टर दो इंजन वाला है और 16,400 फीट की ऊंचाई से भी लोड के साथ टेकआफ कर सकता है।

रक्षामंत्री, दो सेना प्रमुख, रक्षा सचिव भी रहेंगे मौजूद

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा सचिव डा. अजय शंकर, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के अलावा सेना के सबसे बड़े अधिकारी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल विपिन कुमार रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी व नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मवीर सिंह भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। झांसी में नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम को चुनिंदा मेहमानों तक ही सीमित रखा गया है। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण महानगर के 40 स्थानों पर लगी एलईडी पर किया जाएगा।  

यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर

नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश में दो रक्षा औद्योगिक गलियारे स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसमें एक तमिलनाडु में और दूसरा उत्तर प्रदेश में। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर में आगरा, अलीगढ़, झांसी, चित्रकूट, लखनऊ और कानपुर में नोड हैं। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर के झांसी नोड के लिए राज्य सरकार ने करीब 1,034 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध करायी है। भारत डायनामिक्स लिमिटेड, एक रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम, झांसी नोड में एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों के लिए प्रणोदन प्रणाली के लिए एक संयंत्र स्थापित कर रहा है। यह झांसी में 183 एकड़ जमीन में फैला होगा। इस सुविधा में 400 करोड़ रुपये का निवेश शामिल होगा। रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, इस परियोजना से 150 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार और लगभग 500 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री झांसी किले के प्रांगण में आयोजित एक भव्य समारोह में रक्षा मंत्रालय की कई नई पहलों को लांन्च करते हुए राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जो बहादुरी और साहस की प्रतीक रानी लक्ष्मी बाई के जन्मदिन पर होगा। रक्षा मंत्रालय ने पिछले दो वर्षों में रक्षा में आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें सकारात्मक स्वदेशीकरण सूचियों का मुद्दा, घरेलू उद्योग के लिए पूंजी खरीद बजट का 64 प्रतिशत निर्धारित करना, इनोवेशन फार डिफेंस एक्सीलेंस पहल के तहत स्टार्टअप को बढ़ावा देना, पूंजी अधिग्रहण प्रक्रिया में तेजी लाना और रक्षा औद्योगिक गलियारों की स्थापना शामिल है।

Back to top button