रामजन्म भूमि और बाबरी मस्जिद विवाद का हल कोर्ट से ही संभव: दरगाह दीवान

जयपुर, जागरण संवाददाता। अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्चती की दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान का कहना हैं कि राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद का हल न्यायालय के फैसले में ही तलाशना चाहिए ।

न्यायालय के बाहर विवाद हल करने के प्रयास कभी सफल नहीं हो सकते । उन्होंने कहा कि हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों से जुड़े लोगों को न्यायालय के फैसले का इंतजार और सम्मान करना चाहिए ।

गरीब नवाज के 806वें उर्स में शामिल होने अजमेर पहुंचे देश के विभिन्न प्रांतों के प्रमुख मुस्लिम धर्म गुरूओं को संबोधित करते हुए शनिवार को दरगाह दीवान ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक एवं धार्मिक ताकतें अयोध्या मसले का हल नहीं निकाल पा रही हैं ।

उन्होंने कहा कि कट्ररपंथ से किसी जटिल समस्या का समाधान नहीं हो सकता है । इस मौके पर बरेली शरीफ के हसनी मिंया नियाजी,कर्नाटक में गुलबर्गा शरीफ के मोहम्मबद शब्बीरूल हसन, दिल्ली के अहमद जामी,आंध्रप्रदेश में हलकट्टा शरीफ के सैयद तुराब अली,गुजरात में अमेटा श्रीफ के सैयद जियाउदृदीन,बांग्लादेश में चटगांव दरबारे बारिया सैयाद बदरूद्दीन,दिल्ली स्थित दरगाह हजरत निजामुद्दीन के सैयद मोहम्मद निजामी और राजस्थान में नागौर शरीफ के पीर अब्दुल बाकी सहित कई प्रमुख धर्म गुरू मौजूद थे ।  

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