Ram Mandir निर्माण: पहला चरण पूरा होने के बाद अब दूसरे चरण में फंसा ये पेंच

कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचाकर रखा हुआ है। कोरोना वायरस से दुनिया भर मेें 471,783 लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। भारत में भी कोरोना से 649 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अब वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए समूचे देश को लॉकडाउन करने से श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की तैयारी को झटका लगा है।
अब 6 अप्रैल को होने वाली श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक को स्थगित करने की तैयारी है, जल्द ही इसकी अधिकृत घोषणा होगी। इसी बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गर्भगृह में भूमिपूजन की तिथि तय होनी थी। इसी के साथ सेवानिवृत्त शीर्ष आईएएस नृपेंद्र मिश्र की अगुवाई में निर्माण कार्य शुरू होना था।

सुप्रीम कोर्ट से नौ नवंबर 2019 को श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर निर्माण की सभी बाधाएं दूर होने के बाद भी अड़चनें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। 492 साल से राममंदिर निर्माण की प्रतीक्षा खत्म होने में कुछ दिन और लगेगा।
देरी की वजह कोरोना इफेक्ट है। नवरात्र के प्रथम दिन बुधवार को रामलला को 27 साल बाद तिरपाल से लाकर नए अस्थाई भव्य मंदिर में विराजमान करने के बाद ब्रह्ममुहूर्त में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राममंदिर निर्माण का पहला चरण तय समय में विधिवत पूरा हो गया। अब तेजी से मंदिर निर्माण का कार्य भी जल्द शुरू होगा। लेकिन, सूरज चढने के साथ मंदिर निर्माण की तिथि तय करने को लेकर 4 अप्रैल को यहां होने वाली ट्रस्ट की बैठक टलने का खतरा बढ़ गया।
जबकि इस बैठक का एकमात्र एजेंडा था, भव्य राममंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तिथि तय करना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही भूमिपूजन की तिथि पर अयोध्या आने का वचन ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास को दे चुके हैं।
ट्रस्ट शीर्ष सूत्रों के अनुसार अब श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की बैठक चार अप्रैल को होना नामुमकिन है। कोरोना के चलते पूरे देश में लॉक डाउन है। घरेलू उड़ान समेत ट्रेन आदि सभी तरह के परिवहन पर रोक है। ऐसे में 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद ही हालात देखकर मंदिर निर्माण के लिए तिथि तय करने को लेकर बैठक बुलाई जाएगी। सूत्र बताते हैं कि जल्द ही ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय बैठक टलने की घोषणा करेंगे, लेकिन इसकी नई तिथि व स्थान बाद में घोषित करेंगे।

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