राजस्थान: स्कूल के विकास की अनूठी कहानी, प्रतिदिन प्रत्येक परिवार का एक रूपए का चंदा

राजस्थान में चित्तोड़गढ़ जिले के देवता गांव में ग्रामीणों की छोटी पहल बच्चों का भविष्य संवारने का काम कर रही है। देवता के ग्रामीणों ने पिछले साल तय किया कि प्रतिदिन गांव के प्रत्येक परिवार से 1 रूपए का चंदा जुटाया जाएगा। इसके लिए गांव के सभी 125 घरों के मुख्य द्वार पर एक लोहे का बॉक्स (गुल्लक ) लगाए गए।राजस्थान: स्कूल के विकास की अनूठी कहानी, प्रतिदिन प्रत्येक परिवार का एक रूपए का चंदा

इसी साल 1 जनवरी से गांव के प्रत्येक परिवार ने अपने घर के बाहर लगे बॉक्स में प्रतिदिन सुबह 1 रूपया डालना प्रारम्भ किया जो अभी नियमित रूप से जारी है। दरअसल,पिछले साल देवदा गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अभिभावक समिति की शिक्षकों के साथ बैठक हुई। इस बैठक में बच्चों के कम नामांकन और स्कूल भवन की खराब हालत पर चिंता जताई गई। बैठक में तय किया गया कि बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए ग्रामीण लोगों को जागरूक करेंगे,वहीं प्रत्येक परिवार को 1 रूपए प्रतिदिन स्कूल विकास के लिए चंदे में देना होगा।

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इस पैसे का उपयोग स्कूल में पानी,बिजली और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में किया जाएगा। स्कूल के रंग-रोगन और बच्चों को लुभाने के लिए दीवारों पर कार्टुन बनाए जाएंगे। फैसले के अनुसार इसी वर्ष 1 जनवरी से प्रत्येक परिवार ने प्रतिदिन 1 रूपया बॉक्स में ड़ालना प्रारम्भ कर दिया। इन डिब्बों को प्रत्येक माह के अंत में खोला जाता है और फिर यह रकम बैँक में जमा करा दी जाती है। इस तरह अब तक बैंक में 9,180 रूपए जमा हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा करने के पीछे गांव के प्रत्येक परिवार को भावनात्मक रूप से विघालय से जोडने का मकसद है। पहले विघालय में 100 छात्रों का नामांकन था,लेकिन पिछले तीन माह में बढ़कर 170 हो गया है । शिक्षकों और ग्रामीणों में पारिवारिक रिस्ता है। 

 
 
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