पंजाब में बारिश ने ढाया कहर : अमृतसर में 25 फीट धंसी रोड, पांच लोगों ने गंवाई जान

पंजाब में पिछले 24 घंटे में हुई बारिश ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए है। अभी तक पूरे प्रदेश में पांच लोगों के मारे जाने की खबर है। अमृतसर में भी शनिवार रात तकरीबन बारह बजे शुरू हुई बारिश रविवार देर रात तक जारी रही। देर शाम तक कुल 145 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। लगातार बारिश से मॉल रोड पर सड़क का एक हिस्सा ही 20-25 फिट के धंस गया। नगर निगम ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। वाल्ट सिटी से लेकर शहर के पॉश एरिया तक पानी में डूबे रहे। बारिश के चलते अनगढ़ इलाके के आरा मशीन की छत गिरने से रंजीत नामक व्यक्ति की मौत  हो गई है पुलिस ने आरा मालिक पंकज के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। समाचार लिखे जाने तक बारिश जारी थी।  

निगम कमिश्नर सोनाली गिरि ने शहर में बने 18 के लगभग डिस्पोजल को लेकर अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने बताया मॉल रोड पर निर्माणाधीन मॉल की नींव में पानी जाने की वजह से सड़क धंस गई है। इसके पानी के कनेक्शन कटवा दिए गए है। जलभराव  का जायजा लेने सांसद गुरजीत सिंह औज्ला, विधायक डा. राजकुमार वेरका, विधायक सुनील दत्ती, सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी, कांग्रेस शहरी के प्रधान जुगल किशोर शर्मा सड़क पर उतरे। 

नगर निगम कमिश्नर की कोठी के पास सड़क धंस गई। निगम कमिश्नर ने बताया कि बारिश के चलते महानगर में दो दिन का अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि अपने बच्चों को घर में रखे। खस्ताहाल इमारतों से लोगों को बाहर निकालकर जिला प्रशासन की सहायता से सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। अजीत नगर के कई घरों में बारिश का पानी घुस गया। भगतांवाला अनाज मंडी में धान की सवा लाख बोरियां भीग गईं। बारिश से वॉल सिटी में सीवरेज प्रणाली की धज्जियां उड़ गईं।

विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थल श्री हरमंदिर साहिब तक जाने वाली हेरिटेज स्ट्रीट में भी पानी जमा हो गया। श्रद्धालु पानी के बीच श्री हरमंदिर साहिब तक पहुंचे। ठीक ऐसी ही स्थित बस स्टैंड के भीतर रही। विधायक डॉ. राजकुमार वेरका व सीनियर डिप्टी मेयर रमन बक्शी ने मॉल रोड में धंसी सड़क का जायजा लेते हुए बताया कि 20 फुट गहरा गड्ढा और बढ़ रहा है। कहीं निगम कमिश्नर की कोठी इसकी चपेट में न आ जाए, इसलिए उन्हें भी कोठी खाली करने को कहा गया है। 

बारिश से छत गिरी, बाप-बेटे की मौत

नवांशहर के नजदीकी गांव चूहड़पुर के एक पोल्ट्री फार्म में रहने वाले एक मजदूर के कमरे की छत रविवार रात को हुई बारिश की वजह से गिर गई, जिससे कमरे में सोए हुए बाप-बेटे की मौत हो गई। दो लोग घायल हो गए। मृतक मोहन मेहतो की पत्नी शीला ने बताया कि करीब पांच साल पहले उनका परिवार पंजाब आया था। इसके बाद उनका परिवार गांव चूहड़पुर में एक पोल्ट्री फार्म पर काम करने लगे।
रविवार रात को वे पोल्ट्री फार्म में ही एक साइड पर बने अपने कमरे में बच्चों सहित सो रहे थे। बारिश की वजह से साढे़ 12 बजे कमरे की छत गिर गई। छत गिरने से एक गार्डर उनके पति मोहन मेहतो और छोटे बेटे गिरनेश पर गिरा और दबने से उनकी मौत हो गई। कमरे में एक साइड में साइकिल पड़ी थी और गार्डर का एक हिस्सा साइकिल में अटक गया, जिसकी वजह से उसका तथा उसके बड़े बेटे खेमराज (14) का कमर से ऊपर के हिस्से पर कुछ नहीं लगा, जबकि नीचे का हिस्सा मिट्टी में दब गया। 

वे दोनों पूरी रात लोगों को मदद के लिए आवाजें लगाते रहे, लेकिन बारिश व आसपास कोई घर न होने के कारण किसी ने उनकी आवाजें नहीं सुनीं। सुबह पास ही के एक अन्य पोल्ट्री फार्म से एक लड़का उनके बेटे को कहीं ले जाने के लिए आया था। उसने छत गिरी हुई देख अपने परिवार को इसकी जानकारी दी। मिट्टी को हटाकर शीला व खेमराज को बाहर निकाल सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जबकि मोहन मेहतो (40) व गिरनेश (12) के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

डिवाइडर से टकराई कार, दो युवकों की मौत, एक गंभीर 

वहीं लुधियाना में तेज बारिश के कारण सड़क पर जमा पानी से गाड़ी निकालते समय पानी गाड़ी के शीशे पर आ गिरा। आगे कुछ दिखाई न देने की वजह से गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी सीधे डिवाइडर से जा टकराई। हादसे में गाड़ी में सवार दो युवकों की मौत हो गई। एक बुरी तरह से घायल हो गया। सूचना मिलते ही थाना बस्ती जोधेवाल की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच के बाद मुंडियां कलां के रहने वाले एकलव्य शर्मा और अश्वनी विज के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। घायल शुभम को सीएमसी में दाखिल करवाया गया है।

जानकारी के अनुसार एकलव्य, अश्वनी और शुभम तीनों दोस्त हैं। तीनों अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ाई करते है। रविवार सुबह तीनों अश्वनी की इनोवा कार में जालंधर की तरफ गए थे। वहां से काम खत्म करने के बाद तीनों कार में लौट रहे थे। गाड़ी अश्वनी चला रहा था। जब उनकी कार काराबारा चौक के पास पहुंची तो वहां हाईवे पर ही बारिश का पानी जमा था। उन्होंने तेज रफ्तार गाड़ी पानी के ऊपर से निकाली तो पानी उनकी गाड़ी पर आ गिरा। इस कारण शीशे से आगे कुछ दिखाई नहीं दिया और गाड़ी बेकाबू हो गई। 

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