यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे का बड़ा कदम, अब कुछ भी गड़बड़ होने पर…

भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए नई-नई सुविधाओं को शुरू कर रही है, ताकि उनको स्टेशन और ट्रेन में सफर के दौरान कम से कम दिक्कत हो. रेल यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें, इसके लिए ट्रेन और स्टेशनों को सिक्योरिटी और सर्विलांस सिस्टम से लैस किया जा रहा है. ऐसे में किसी भी संभावित खतरे को देखते हुए यात्री चौकन्ना हो सकते हैं और अपने को बचा सकते हैं.

240 स्टेशन सिक्योरिटी सर्विलांस से लैस

रेलवे स्टेशन और ट्रेन के अंदर आपराधिक घटनाएं होना आम बात है. रोजाना देश के किसी हिस्से से इस तरह की खबरें आती रहती हैं. रेल मंत्रालय ने अपने एक ट्वीट में बताया है कि अभी तक 240 स्टेशनों को सिक्योरिटी सर्विलांस से लैस किया जा चुका है और अभी 1 हजार स्टेशनों पर सर्विलांस सिस्टम लगेगा और 6100 जगहों पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे. 58,600 रेल कोच में मार्च 2022 तक कैमरे लगाने की योजना है.

स्टेशनों पर लगेंगे मूविंग कैमरे

स्टेशनों पर 160 डिग्री पर मूविंग कैमरे लगाए जाएंगे, साथ ही हैंड बैग स्कैनर की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. स्टेशनों पर बम डिटेक्शन और डिस्पोजल सिस्टम भी लगाया जाएगा. राजधानी दिल्ली के स्टेशन पर इसके लिए कंट्रोल रूम भी तैयार हो रहा है. इस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की छानबीन होगी.

लावारिस वस्तु दिखते ही बजने लगेगा सायरन

स्टेशनों पर ऐसा सर्विलांस सिस्टम लगाने की तैयारी है कि कोई लावारिस वस्तु दिखते ही सायरन बजने लगे और सुरक्षाकर्मी मुस्तैद हो जाएं. इस सिस्टम के जरिये स्टेशन से आधा किमी दूर तक नजर रखने की तैयारी है. इस बीच जो भी गतिविधि हो, उस पर पैनी निगाह रखी जा सके, इसके लिए सिस्टम तैयार किया जा रहा है. हाईटेक कैमरों से स्टेशन परिसर, प्लेटफॉर्म, पार्सल, वेटिंग रूम और सड़क आदि की निगरानी की जाएगी.

अपराधियों पर लगेगी लगाम

रेल मंत्रालय चेहरा पहचानने वाले सॉफ्टवेयर लगाने पर भी काम कर रहा है.फेस रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर को सर्विलांस सिस्टम से जोड़ दिया जाएगा ताकि स्टेशनों और ट्रेनों में खुलेआम घूमने वाले अपराधी सलाखों के पीछे धकेले जा सकें.

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