वर्ल्ड यूनिवर्सिटी शूटिंग चैंपियनशिप में पंजाब की गौरी श्योराण ने जीता गोल्ड

चंडीगढ़। मलेशिया के कुआलालंपुर में चल रहे 7वें वर्ल्ड यूनिवर्सिटी शूटिंग चैंपियनशिप में गौरी श्योराण ने पच्चीस मीटर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीतकर चंडीगढ़ का नाम रोशन किया है। गौरी श्योराण डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 की छात्रा हैं।

गौरी ने अब तक 30 इंटरनेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेते हुए 23 मेडल जीते हैं। इस खिलाड़ी ने फरवरी 2018 राजस्थान में आयोजित शूटिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल, 2017 में त्रिवेंद्रम में नेशनल गेम्स में 2 गोल्ड और 2 सिल्वर मेडल जीते थे। 2017 में जर्मनी में आयोजित शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था।

गौरी के पिता आइएएस जगदीप सिंह हरियाणा के खेल निदेशक हैं। उन्होंने बताया कि आज मुझे लग रहा है कि मेरा अपने दोनों बच्चों गौरी और विश्वजीत को शूटर बनाने का फैसला सही था। शायद मैं भारत का पहला आइएएस ऑफिसर हूं, जिन्होंने अपने बच्चों को सिविल सर्विसेज के बजाय स्पोट्र्स में करियर चुनने को प्रेरित किया है। अब उन्हें उम्मीद है कि गौरी ओलंपिक में भी देश का नाम रोशन करेगी।

30 अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में दिखा चुकी हैं दम

कहते हैं किसी खिलाड़ी के हुनर को परखना हो, तो उसके मेडल की संख्या पर नजर डालिए। लगभग 30 अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में गौरी शिरकत कर चुकी हैं। उनका जन्म 1997 में हुआ था। वे मूलरूप से भिवानी की तहसील लोहारू के गांव घग्गरवास की रहने वाली हैं। महज 12 साल की उम्र से ही गौरी ने निशानेबाजी का अभ्यास शुरू कर दिया था, जबकि 2010 से गौरी ने निशानेबाजी के मुकाबलों में शिरकत करना शुरू कर दिया। गौरी एक विदेशी कोच से ट्रेनिंग लेती हैं, जबकि उनके उनके राष्ट्रीय कोच जाने माने शूटर जसपाल राणा हैं।

गौरी को हरियाणा सरकार दे चुकी है भीम अवॉर्ड

डीएवी-10 के प्रिंसिपल डॉ. बीसी जोशन ने बताया कि लगातार बेहतर प्रदर्शन करने पर हरियाणा की इस होनहार बेटी की उपलब्धियों के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने गौरी को 2016-17 के भीम अवॉर्ड से भी सम्मानित किया है। कॉलेज आने पर उनका जोरदार स्वागत किया जाएगा।

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