खैहरा ने कन्‍वेंशन में कहा- पंजाब में पंजाबी ही चलाएंगे आप

जेएनएन, बठिंडा। यहां थर्मल कालोनी के मैदान में आम आदमी पार्टी के बागी गुट के सम्‍मेलन में सुखपाल सिंह खैहरा ने बगावत का बिगुल बजा दिया। खैहरा गुट ने इसमें प्रस्‍ताव प‍ारित कर ऐलान किया कि पंजाब में पंजाबी ही आम आदमी पार्टी को चलाएंगे। पंजाब में आप को नए तरीके से खड़ा किया जाएगा। कन्‍वेंशन में आप के संगठन को भंग करने का प्रस्‍ताव भी पारित किया गया। कन्‍वेंशन में खैहरा काे नेता प्रतिपक्ष से हटाने के निर्णय को खारिज क‍रते हुए विधायक दल का नया नेता चुनने की मांग की गई।खैहरा ने कन्‍वेंशन में कहा- पंजाब में पंजाबी ही चलाएंगे आप

बठिंडा में आयोजित कन्‍वेंशन में प्रस्‍ताव पारित कर प्रदेश में संगठन को किया भंग, नई नियुक्‍त करने का एेलान

उन्‍होंने कहा कि कैप्‍टन सरकार के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की तो उन्‍हें साजिश के तहत नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया गया। कुछ नेताओं को लगा कि खैहरा का कद बड़ा हो रहा है और उसकाे किनारा करो। उन्‍होंने राज्‍य भर का दौरा कर तीसरा विकल्‍प पैदा करने का एेलान किया। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य मे र्इमानदार नेताओं, लोगाें व युवाओं को आगे लाकर आम आदमी पार्टी को नए रूप में खड़ा करेंगे।

कन्‍वेंशन में सुखपाल सिंह खैहरा अौर कंवर संधू के साथ कई विधा‍यक मौजूद रहे। कन्‍वेंशन में आप के सात विधायक पहुंचे। अनुमान है कि कन्‍वेंशन में करीब 15000 अाप वालंटियर्स अब तक पहुंचे। खैहरा ने कन्‍वेंशन में आप नेतृत्‍व के संग प्रदेश की कैप्‍टन अमरिंदर सिंह सरकार पर भी हमला किया। उन्‍होंने कहा कि कैप्‍टन अमरिंदर सिंह किसी भी तरीके से मुझे जेल में भेजना चाहते हैं। उन्‍होंने शिरोमणि अकाली दल को महान पार्टी बताया, लेकिन बादल परिवार पर जमकर हमले किए।

उन्‍होंने आप नेतृत्‍व पर हमला करते हुए कहा कि पंजाब के लोगों के संग एनआरआइज ने भी काफी भरोसा किया। मैं उनको विश्‍वास दिलाना चाहता हूं कि पंजाब में कांग्रेस और शिअद-भाजपा को छोड़कर तीसरी शक्ति या सरकार की सरकार बनेगी। उन्‍होंने राज्‍य के विभिन्‍न मुद्दाें को उठाते हुए कहा, श्री दरबार सा‍हिब में माथा टेकने के बाद वह पूरे राज्‍य का दौरा शुरू करेंगे। उन्‍होंने कहा, राज्‍य के सभी 22 जिलों में जाएंगे और लोगों से बातकर राज्‍य में तीसरी शक्ति व तीसरी पार्टी काे खड़ा करेंगे। उन्‍होंने कन्‍वेंशन में पंजाबी एकता का नारा दिया।

उन्‍होंने कहा, मनीष सिसोदिया कहते हैं कि खैहरा कभी कांग्रेस व शिअद के खिलाफ नहीं बोलता है। उन्‍होंने लोगों से कहा, मैं आपसे पूछता हूं कि खैहरा ने कांग्रेस व शिअद-भाजपा के खिलाफ बोला कि नहीं। खैहरा ने कहा कि मुझे किसी तरह से किनारा करने की साजिश है। मैंने कांग्रेस व शिअद-भाजपा के खिलाफ आवाज उठाना शुरू किया और कैप्‍टन सरकार की नींद हराम करनी शुरू की तो साजिश कर मुझे नेता प्रतिपक्ष पद से हटा दिया गया। उन्‍हें लगा खैहरा की आवाज दबा देंगे, लेकिन उनकी भूल है। मैं चुप नहीं होने वाला।

वरिष्‍ठ नेता व आप विधायक कंवर ने कन्‍वेंशन में कई प्रस्‍ताव पेश किए और सुखपाल सिंह खैहरा ने लोगों से इस पर मुहर लगवाई। ये प्रस्‍ताव पेश सर्वसम्‍मति से पास किए गए-

 – पंजाब में आम आदमी पार्टी का मुख्‍तयार पंजाबियों के हाथ में होगी और पंजाब में आप से जुड़े सभी फैसले पंजाब के वालंटियर्स लेंगे। यहां लिए गए फैसलों के बारे में केंद्रीय नेतृत्‍व को समय-समय पर अवगत कराया जाता रहेगा।

– पंजाब में पार्टी का नया ढांचा तैयार किया जाएगा। पंजाब में पार्टी का वर्तमान ढ़ांचा नकारा और बेकार है। इसे तत्‍काल प्रभाव से भंग किया जाता है। इसकी जगह नया संगठनात्‍मक ढांचा खड़ा किया जाएगा।

– पार्टी नेतृत्‍व द्वारा सुखपाल खैहरा को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाने का निर्णय गलत है। इस पद पर की गई नियुक्ति को खारिज किया जाता है और मांग की जाती है कि चंडीगढ़ में विधायकों की बैठक बुलाकर विधायक दल के नए नेता का चुनाव किया जाए।

इस कन्‍वेंशन से खैहरा गुट और आप के केंद्रीय नेतृत्‍व में ठन गई है। इस कन्‍वेंशन के बाद पंजाब में आप अब दोफाड़ दिख रही है। बता दें कि आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने कन्‍वेंशन को पार्टी विरोधी करार देकर आप विधायकों और आप वर्कर्स से इसमें भाग न लेने को कहा था।

कन्‍वेंशन में आप के विधायक जयदेव सिंह कमालू, नाजर सिंह मानशाहिया, बलदेव सिंह, पिरमल सिंह खालसा, जगतार सिंह जग्गा प्रमुख रूप से मौजूद रहे। कन्‍वेंशन में नेताओं में आप विधायक कंवर संधू, नाजर सिंह मानश्‍ाा‍‍हिया सहित अन्‍य नेताओं ने भी संबोधित किया। नेताआें ने आप नेतृत्‍व द्वारा पंजाब में लिए जा रहे फैसलों पर सवाल उठाए। कन्‍वेंशन के लिए सुबह से ही आप नेताओं व वालंटियर्स का आना शुरू हो गया था।

इस कन्‍वेंशन के साथ ही आम आदमी पार्टी में  टकराव अब सीधे मैदान में पहुंच गया है। आप के असंतुष्ट विधायकों का नेतृत्व कर रहे सुखपाल खैहरा ने कन्‍वेंशन के माध्‍यम से पार्टी नेतृत्‍व को खुली चुनौती दे दी है। ऐसे में अब अरविंद केजरीवाल के अगले कदम पर भी निगाहें जम गई हैं। बता दें कन्‍वेंशन को किसी तरह रोकने के लिए आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने शक्ति प्रदर्शन से चंद घंटे पहले पंजाब के सभी आप विधायकों को दिल्ली बुला लिया था। ।इसके बाद खैहरा ने स्पष्ट कहा था, ‘कन्वेंशन तो होकर रहेगी। दिल्ली में बैठे आप नेता भले ही अब कोई भी फैसला करें, कोई फर्क नहीं पड़ता।’

उधर, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने इसे पार्टी विरोधी करार दिया है। उन्होंने विधायकों से पुनर्विचार की अपील की है। मनीष सिसोदिया ने भी 13 अगस्त को पंजाब में सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता अपने पद के लिए पार्टी तोड़ने पर तुले हैं।

गौरतलब है कि खैहरा को 26 जुलाई को पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया था। उसके बाद अपने नौ विधायकों के समर्थन के साथ खैहरा ने फैसले पर दोबारा विचार करने की मांग की थी। दिल्ली में खैहरा गुट व मनीष सिसोदिया की बैठक बेनतीजा रही थी। इसके बाद से ही केजरीवाल की टीम कन्वेंशन रोकने में जुटी रही।

बुधवार को भी खैहरा ने सभी प्रमुख पार्टी नेताओं को फोन कर कन्वेंशन में शामिल होने की अपील की। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पंजाब में लगातार प्रयोग करने व पार्टी की पंजाब विरोधी नीतियों को लेकर बचे-खुचे कार्यकर्ताओं में केजरीवाल के खिलाफ काफी रोष है। इसका लाभ खैहरा को भीड़ के रूप में मिला है। विधायक कंवर संधू पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि कनवेंशन में कार्यकर्ताओं की राय लेने के बाद ही खैहरा गुट फैसला लेगा कि पार्टी में रहना या पार्टी छोड़नी है।

Back to top button