पंजाब: मोहाली में खुफिया विभाग के मुख्यालय पर हमला, पंजाब पुलिस ने आसपास के इलाकों में कड़ी कर दी सुरक्षा 

पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित खुफिया विभाग के मुख्यालय पर सोमवार रात को रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) से ब्लास्ट किया गया। इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। मगर मुख्यालय की बिल्डिंग के दूसरी फ्लोर के फ्रंट साइड में धमाका हुआ, जिससे खिड़कियों से शीशे जरूर टूट गए। घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने डीजीपी से पूरे मामले की जानकारी ली। उधर घटना के बाद पंजाब पुलिस ने आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है।

हमले के कुछ देर बाद मोहाली जिला प्रशासन की ओर से कहा गया कि ये आतंकवादी हमला नहीं है। मगर घटनास्थल पर गहन जांच के बाद जब मोहाली के एसपी (मुख्यालय) रविंदर पाल से पूछा गया कि क्या इसे आतंकवादी हमला माना जा सकता है तो उन्होंने जवाब में कहा, ‘इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, हम इसकी जांच कर रहे हैं।’

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मोहाली ब्लास्ट में भले ही कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ हो। मगर इसे आनन-फानन में आतंकवादी हमला न कहना बड़ी चूक साबित हो सकती है। घटना से जुड़ी अगर इन 10 बातों पर गौर करते हैं तो यह घटना किसी बड़े आतंकवादी हमले की ओर इशारा करती है।

1- ब्लास्ट बाहर से किया गया है। खुफिया विभाग के मुख्यालय के बाहर के शीशे पूरी तरह चकनाचूर हो गए हैं। जबकि अंदर कुछ भी नहीं हुआ है। घटना के पीछे मुख्यालय की बिल्डिंग को तबाह करने का मकसद हो सकता है।

2- मुख्यालय की बिल्डिंग पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) से हमला किया गया है। इस तरह का ग्रेनेट आतंकवादी वारदात में ही इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में इस घटना को सामान्य ब्लास्ट के तौर पर नहीं देखा जा सकता है।

3-हमलावरों ने पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर को निशाना बनाया है। आमतौर पर आतंकवादी हमला भी सेना के कैंप या पुलिस हेडक्वार्टर पर या उसके आसपास ही होता है। इसके पीछे का मकसद ज्यादा से ज्यादा सरकारी सुरक्षा बलों को नकसान पहुंचाना होता है।

4-खुफिया विभाग के मुख्यालय की बिल्डिंग में ऊपर से हमला किया गया है। मुख्यालय की तीसरी मंजिल पर जोरदार धमाका हुआ। ऊपर-नीचे के फ्लोर पर ज्यादा कुछ महसूस नहीं हुआ।

5-पंजाब में पिछले कुछ दिनों से खालिस्तानी गतिविधियां बढीं है। पंजाब के कुछ इलाकों में पुलिस को विस्फोटकों से भरी कार मिली है। ऐसे में इस घटना को आतंकियों के प्रयोग के तौर पर भी देखा जा सकता है।

6- घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि इंटेलिजेंस बिल्डिंग में विस्फोटक कहां से आया। अगर पुलिस का दावा है कि यह आतंकवादी घटना नहीं है तो पुलिस ये बात साफ करनी होगी कि इतना खतरनाक विस्फोटक कैसे पहुंचा।

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