पीटीयू के पूर्व वीसी रजनीश अरोड़ा गिरफ्तार, करोड़ों के घपले का आरोप

चंडीगढ़। पंजाब तकनीकी विश्‍वविद्यालय (पीटीयू) के पूर्व कुलपति रजनीश अरोड़ा को विजिलेंस की टीम मेंं गिरफ्तार किया है। उनको अमृतसर में उनके घर से गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि विजिलेंस की टीम रजनीश अराेड़ा को चंडीगढ़ लेकर गई है। उन पर पीटीयू की वीसी रहते हुए वित्‍तीय अनियमितता और घपले में शामिल होने का आरोप है।पीटीयू के पूर्व वीसी रजनीश अरोड़ा गिरफ्तार, करोड़ों के घपले का आरोप

पुलिस आैर विजिलेंस के अधिकारी अभी इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दे रह हैं। उनका कहना है कि अभी जांच चल रही है और ऐसे में अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती है। रजनीश अरोड़ा पर पीटीयू में वित्तीय अनियमितताएं, डिस्टेंस एजूकेशन की व्यवस्था को अपने जानकार को ठेके पर देने और नियमों को दरकिनार कर बहाली करने का आरोप है। इस संबंध प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने पिछले दिनों एफआइआर दर्ज करवाई थी। चन्‍नी ने अरोड़ा पर 24 करोड़ रुपये का घोटला करने का आरोप लगाया था। पूर्व वीसी अरोड़ा इस समय अमृतसर इंजीनियरिंग कॉलेज में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम कर रहे हैं। दिसंबर 2008 से जनवरी 2015 तक अरोड़ा के कार्यकाल में कई तरह के मामलों के कारण पीटीयू चर्चा में रहा। तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार में उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो हुई।

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने एफआइआर दर्ज करवाने के बाद इस संबंध में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से कार्रवाई करने की मांग की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसकी जांच पूर्व आइएएस अधिकारी एसएस ढि़ल्लों को सौंपी। ढि़ल्लों ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी, जिसमें पीटीयू में बतौर वीसी रजनीश अरोड़ा के कार्यकाल में बरती गई अनियमितताओं का विवरण दिया गया था।

सूत्राें के अनुसार, रिपोर्ट में वित्तीय अनियमितताओं, डिस्टेंस एजूकेशन की व्यवस्था को अपने जानकार को ठेके पर देने और नियमों को दरकिनार कर बहाली करने का जिक्र किया गया है। खासकर डिस्टेंस एजूकेशन की व्यवस्था को अपने जानकार को ठेके पर देने में भारी अनियमितता और अवैध कमाई का जिक्र किया गया है।  बताया जाता है कि विजिलेंस ब्यूरो की टीम अरोड़ा को चंडीगढ़ ले गई है। वहां उनकाे अदालत में पेश किए जाने की संभावना है। अरोड़ा से पूछताछ के लिए पुलिस अदालत से रिमांड की मांग कर सकती है।

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