पुलिस भर्ती परीक्षा के परीक्षार्थियों ने गोमती एक्सप्रेस के हाल किये बेहाल

लखनऊ। जिस गोमती एक्सप्रेस को नए कलेवर में पिछले दिनों रेलवे ने चलाया है, उसकी खूबसूरती पर दाग लगने लगा है। इस ट्रेन की वाटर टब में लगी महंगी टोटियां चोरी हो गयी है। जबकि बोगियों के दरवाजों के पास लगे इसके कई शीशे भी गायब हो गए हैं। कुछ शीशे टूट गए हैं। एल्यूमिनियम की फिटिंग भी गायब हो गयी है। अब रेलवे इनको बदलने की तैयारी कर रहा है। रेलवे ने छह महीने से निरस्त चल रही गोमती एक्सप्रेस को एलएचबी बोगियों के नए रैक के साथ आठ जून को ही फिर से प्रारंभ किया है।पुलिस भर्ती परीक्षा के परीक्षार्थियों ने गोमती एक्सप्रेस के हाल किये बेहाल

इस ट्रेन में एसी चेयरकार बोगी सी-2 में वाई-फाई और लाइब्रेरी की सुविधा भी दी गयी है। कई बड़ी पेंटिंग से ट्रेन को निखारा गया है। रेलवे ने महंगी और डिजाइनर टोटियां लगायी हैं। जबकि यात्रियों को अपनी सूरत देखने के लिए अच्छे लुकिंग ग्लास लगाए हैं। गोमती एक्सप्रेस से इन महंगे सामानों की चोरी शुरू हो गयी है। आलम यह है कि शीशे उखाड़ लिए गए हैं। रेलवे के मैकेनिकल अनुभाग ने अब चोरी हुए सामान को बदलने का आदेश दिया है।

गोमती एक्सप्रेस को बनाया फुटबाल

एक यात्री की शिकायत को दूर करने की जगह रेलवे गोमती एक्सप्रेस के साथ फुटबाल का खेल खेलता रहा। यात्री लगातार आरक्षित बोगियों में जबरन कब्जा किए जाने की शिकायत करते रहे, जबकि रेलवे मामले को दूसरे मंडल की सीमा बताते हुए पल्ला झाड़ता रहा। ट्रेन लखनऊ तक पहुंच गयी लेकिन यात्रियों को राहत नहीं मिल सकी। ट्रेन नंबर 12420 गोमती एक्सप्रेस मंगलवार को नई दिल्ली से रवाना हुई तो इसकी एसी और सेकेंड सीटिंग क्लास बोगियों में कई यात्रियों ने जबरन कब्जा कर लिया। यात्री मयंक ने इसकी शिकायत रेल मंत्री के ट्विटर पर की।

जिसके बाद इलाहाबाद रेल मंडल के डीआरएम ने बताया कि क्षेत्र उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का आता है। इस कारण जबरन बैठे यात्रियों को उतारने की कार्रवाई लखनऊ मंडल करेगा। इस समय ट्रेन शिकोहाबाद पहुंच चुकी थी। इधर लखनऊ मंडल प्रशासन ने ट्रेन के अपने क्षेत्र में न होने की बात कही। दरअसल, ट्रेन उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद रेल मंडल पर ही चल रही थी। रेलवे के लखनऊ और इलाहाबाद मंडलों के बीच सीमा विवाद के चलते गोमती एक्सप्रेस से काबिज किए हुए यात्रियों को नहीं उतारा जा सका।

खाने के वसूले 120 रुपये टीटीई ने 1500 मांगे

ट्रेनों में रसोई यान से मिलने वाले खाने पर अवैध वसूली की शिकायत लगातार बढ़ रही है। ट्रेन 13414 फरक्का एक्सप्रेस में यात्रियों से शाकाहारी खाने का 120 रुपये वसूल लिया गया। जबकि दूसरी ओर एसी एक्सप्रेस से सफर कर रहे एक यात्री ने टीटीई पर 1500 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। ट्रेन नंबर 13414 फरक्का एक्सप्रेस में एसी सेकेंड बोगी में सफर कर रहे यात्रियों को रसोई यान से शाकाहारी खाना दिया गया।

इस खाने का 60 रुपये की जगह 120 रुपये वसूले गए। यात्रियों ने जब अधिक रुपये वसूलने का विरोध किया तो उनसे अभद्रता की गई। यात्रियों ने इसकी शिकायत टीटीई से भी की। इस पर भी जब टीटीई ने रसोई यान के मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने इसकी शिकायत रेल मंत्री के ट्विटर पर दर्ज करा दी। यात्रियों की शिकायत पर रेलवे ने जांच के आदेश दिए हैं।

पैसे न देने पर दोनों में हुआ विवाद

वहीं दूसरी ओर सोमवार रात टेन 12429 एसी एक्सप्रेस से यात्री रिंकू वेटिंग लिस्ट के टिकट के साथ रवाना हुए थे। यात्री का आरोप है कि उसने टीटीई से सीट की मांग की। जिस पर टीटीई ने उससे 1500 रुपये मांगे। जिसे न देने पर दोनों के बीच विवाद हो गया। यात्री का आरोप है कि आरपीएफ एस्कॉर्ट के सामने ही टीटीई ने उसको थप्पड़ मार दिया। इस मामले की जांच उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन कर रहा है। डीआरएम ने कहा है कि यदि इस मामले में कर्मचारी की गलती पायी गयी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

गंदी मिली बेडशीट

ट्रेन 15046 ओखा-गोरखपुर एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्रियों को गंदा बिस्तर दिया गया। बेडशीट के साथ तौलिया नहीं दी गई। तकिया के कवर पर तेल लगा हुआ था। जबकि चादर भी सिकुड़ी और इस्तेमाल की हुई थी। रेल नीर की जगह निम्न गुणवत्ता का पानी बेचा गया। उधर लखनऊ कोलकाता स्पेशल की बोगियों के एसी काम न करने पर यात्री परेशान हुए। इसकी आरक्षित बोगियों में सैकड़ों बेटिकट यात्रियों ने भी कब्जा किया।

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