देश के इस तीर्थ स्थल को ‘स्मार्ट सिटी’ बनाना चाहते हैं PM मोदी

केदारपुरी को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यह इच्छा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से बातचीत में जताई है।

केदारपुरी को स्मार्ट सिटी बनाने से मतलब यहां सभी सुविधाएं, सूचनाएं और सुरक्षा को हाईटेक करने से है। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को बाकायदा इस संबंध में आवश्यक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा।

बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केदारपुरी में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों की स्थिति ड्रोन कैमरे से दिखाई गई थी। इसके बाद उन्होंने मुख्य सचिव को दिल्ली बुलाकर मुलाकात की। केदारपुरी में तेजी से हो रहे कार्यों पर मुख्य सचिव की पीठ थपथपाने के साथ ही उन्होंने आपदा के दौरान नष्ट हुई शंकराचार्य की समाधि को दोबारा बनाने और उसके डिजाइन के संबंध में चर्चा की। प्रधानमंत्री ने मुख्य सचिव से केदारपुरी को स्मार्ट सिटी के मानकों के आधार पर विकसित करने को कहा, ताकि यह देश के पहले स्मार्ट धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाए।
मुख्य सचिव ने इस योजना पर काम करने के लिए अफसरों को दिए निर्देश

दिल्ली से लौटकर मुख्य सचिव ने इस योजना पर काम करने के लिए अफसरों को निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि यहां इंतजाम कुछ ऐसे किए जाएं कि पेयजल और बिजली की व्यवस्था कंप्यूटराइज्ड रहे। इसके अलावा, जितने भी इलेक्ट्रिक पोल लगाए जाएं, उनमें एनाउंसमेंट सिस्टम भी लगेगा।

इसमें देश की सभी भाषाओं में एनाउंसमेंट होंगे। साथ ही मौसम के अलावा भीड़ आदि की भी लगातार जानकारी दी सकेगी। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक गाइडेंस सिस्टम भी तीर्थ यात्रियों को उपलब्ध कराए जाएंगे, जिनमें केदारपुरी के एक-एक स्थान की जानकारी ईयरफोन के जरिए मिलती रहेगी। यहां बनने वाली सड़कों में भी स्पीकर लगे होंगे, जिनमें मधुर भजनों की स्वर लहरियां गूंजेंगी। इसके अलावा लेजर-शो भी होगा, जिसमें भजनों पर लेजर बीम थिरकेंगी।

लगभग सभी सुविधाओं को डिजिटल किया जाएगा। सुरक्षा के लिए हाई डोम और नाइट विजन कैमरे लगाए जाएंगे। एक आला अधिकारी के मुताबिक स्मार्ट बनाने से मतलब यह है कि यहां सभी प्रकार के इंतजाम स्मार्टली मैनेज किए जा सकें। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। पुनर्निर्माण कार्यों के साथ ही इन कार्यों को भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा।

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