PM मोदी पंजाब से बजाएंगे लोकसभा चुनाव का बिगुल, साधेंगे किसान

 देश में लोकसभा चुनाव अगले वर्ष होंगे, लेकिन पंजाब में 11 जुलाई को ही चुनाव का बिगुल बजने जा रहा है। 11 जुलाई को मुक्तसर के मलोट में किसान कल्याण रैली के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 45 मिनट तक किसानों को संबोधित करेंगे। इस रैली में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसान शिरकत करेंगे। खरीफ फसल की एमएसपी में 3,700 करोड़ रुपये की वृद्धि करने के बाद एनडीए की पंजाब में यह सबसे बड़ी रैली होगी। भाजपा और अकाली दल ने इस रैली में एक लाख लोगों के पहुंचने का दावा किया है।PM मोदी पंजाब से बजाएंगे लोकसभा चुनाव का बिगुल, साधेंगे किसान

इस रैली में एनडीए के सबसे पुराने साझेदार शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल भी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करेंगे। 2017 के बाद यह पहला मौका होगा, जब पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिंह बादल किसी रैली में दिखाई देंगे। 11 जुलाई को होने वाली इस रैली के राजनीतिक रूप से कई मायने हैं।

2018-19 के आम बजट में किसानों को सर्वोच्च मानने के बाद एनडीए सरकार ने एमएसपी में 3700 करोड़ रुपये की वृद्धि कर 2019 के चुनाव की नींव रखने की कोशिश की है। इस रैली में भले ही हरियाणा और राजस्थान के किसान भी पहुंचेंगे, लेकिन भाजपा और अकाली दल ने अपने दम पर सर्वाधिक भीड़ जुटाने का दावा किया है।

पंजाब, हरियाण व राजस्थान के किसानों के सामने पीएम रखेंगे रिपोर्ट कार्ड

दूसरी ओर, भाजपा के प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक ने दावा किया है कि मंच किसान कल्याण रैली का होगा, लेकिन मूल रूप से एक लाख किसान प्रधानमंत्री का धन्यवाद करेंगे। क्योंकि देश में अभी तक एमएसपी में इतनी बड़ी वृद्धि नहीं हुई है। श्वेत मलिक ने कहा कि बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के बीच अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे। अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह में भी हिम्मत हो तो वह भी अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करें।

मलिक ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार किसानों का हाथ पकड़ कर 2022 तक उनकी आमदनी को दोगुना करने की दिशा में बढ़ रही है, तो दूसरी तरफ पंजाब की कांग्रेस सरकार ने किसानों को डिफाल्टर बना दिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के संपूर्ण कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन बाद में उन्होंने मात्र दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की बात कर किसानों को बैंकों का डिफाल्टर बना दिया।

शिअद ने भी कसी कमर

शिरोमणि अकाली दल ने भी रैली को लेकर कमर कस ही है। चूंकि किसान कल्याण रैली मालवा में हो रही है और मालवा ऐसी बेल्ट है, जहां न सिर्फ किसानों की संख्या सबसे अधिक है, बल्कि यह अकाली दल का मजबूत गढ़ भी रहा है। अकाली दल मान रहा है कि किसान कल्याण रैली के माध्यम से वह मालवा में अपना खिसका हुआ जनाधार भी वापस पा सकता है। इसलिए किसान कल्याण रैली के मंच पर अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल व पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। भाजपा का कहना है कि रैली प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व में होगी। अकाली दल और भाजपा कार्यकर्ता रैली को सफल बनाने जुटे हैं।

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