PM रिपोर्ट में सामने आएगा UP के NDT के बेटे रोहित शेखर की मौत का हुआ खुलासा

देश के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे दिवंगत नेता और उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी मंगलवार शाम हुई संदिग्ध हालात में मौत का रहस्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही सामने आ पाएगा। यहां पर बता दें कि रोहित शेखर तिवारी की मौत उनके नई दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में स्थित घर में मंगलवार शाम को हो गई। इससे पहले उनकी मां की सूचना पर उऩ्हें फौरन साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया था।

रोहित शेखर की मौत पर उनकी मां उज्जवला तिवारी ने कहा कि मुझे कोई शक नहीं है उनकी मृत्यु प्राकृतिक ही है, लेकिन मैं बाद में खुलासा करूंगी कि उनकी मौत किन परिस्थितियों में हुई?

उधर, ज्वाइंट कमिश्नर देवेश श्रीवास्तव के मुताबिक, शेखर की नाक से खून निकल रहा था। हादसे के समय घर पर मौजूद नौकरों ने शेखर की मां को फोन किया जो उस वक्त अस्पताल में चेक अप करवाने गई थीं। मिली जानकारी के मुताबिक, शेखर की मां अस्पताल से डिफेंस कालोनी घर पहुंची और एम्बुलेंस से मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने शेखर को मृत घोषित कर दिया, मौत की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। 

उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके दिवंगत एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी (40) सी-329 डिफेंस कॉलोनी में पत्नी अपूर्वा शुक्ला, मां उज्ज्वला शर्मा व भाई सिद्धार्थ शर्मा के साथ रहते थे। दोपहर में घर में अचेत पाए जाने पर उपचार के लिए उन्हें मैक्स अस्पताल साकेत ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी नाक से खून बह रहा था। शाम को उनके शव को एम्स की मोर्चरी में रखवा दिया गया है, जहां पर बुधवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा।

ब्रेन हैमरेड अथवा हार्ट अटैक का शक

पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे की मौत का मामला होने के चलते दिल्ली पुलिस ने फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। शुरुआती जांच में ब्रेन हैमरेज व हार्ट अटैक की बात कही गई,  मगर बाद में अस्पताल प्रबंधन व पुलिस अधिकारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। संयुक्त आयुक्त दक्षिण रेंज देवेश चंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक, पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।

उधर, डीसीपी दक्षिण जिला विजय कुमार का कहना है कि रोहित दिल के मरीज रहे हैं। विगत दिसंबर में उनकी एंजियोप्लास्टी भी हुई थी और स्टेंट डाला गया था। अब तक की जांच में किसी तरह का कोई आपराधिक एंगल नजर नहीं आ रहा है। हादसे से दौरान उनकी पत्नी घर पर ही मौजूद थीं। परिजनों ने भी कोई शिकायत नहीं दी है। उन्हें किसी तरह का शक नहीं है। हार्ट अटैक के कुछ केस में नाक से खून भी आ जाता है।

पुलिस के मुताबिक, दोपहर में रोहित की मां इलाज कराने के लिए पास स्थित एक क्लीनिक पर गई थीं। घर में रोहित की पत्नी, उनके भाई सिद्धार्थ शर्मा व घरेलू सहायक मौजूद थे। करीब चार बजे रोहित की नाक से खून निकला देखकर घरेलू सहायक ने सिद्धार्थ व उज्ज्वला शर्मा को जानकारी दी। उसके बाद मैक्स को सूचना देकर एम्बुलेंस भेजने को कहा गया। एम्बुलेंस आते ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि नारायण दत्त (एनडी) तिवारी के परिवार के सभी सदस्यों का इलाज इसी अस्पताल में होता रहा है। कुछ साल पहले जब रोहित परिवार के किसी सदस्य का इलाज कराने मैक्स आए थे, तब अचानक गिर पड़े थे।

अधिकार के लिए लड़ी थी लंबी लड़ाई

कोर्ट में चले लंबे विवाद के बाद एनडी तिवारी ने रोहित को बेटे के रूप में स्वीकार किया था। दरअसल, अधिकार की यह लड़ाई 1995 में शुरू हुई। रोहित एनडी तिवारी से मिलने के लिए मां उज्ज्वला के साथ उनके घर गए थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया था। इसके बाद 2008 में रोहित शेखर ने दिल्ली हाई कोर्ट में दावा किया था कि वह एनडी तिवारी के बेटे हैं।

2011 में एनडी तिवारी को जांच के लिए अपना खून देना पड़ा था। उन्होंने कोर्ट से यह भी मांग की थी कि रिपोर्ट को सार्वजनिक न किया जाए, लेकिन कोर्ट ने यह अपील खारिज कर दी। डीएनए रिपोर्ट से यह बात सच साबित हुई कि एनडी तिवारी ही रोहित के जैविक पिता हैं। इसके बाद 2014 में रोहित शेखर की मां उज्ज्वला से 89 वर्ष की उम्र में एनडी तिवारी ने शादी की। पिछले साल अक्टूबर में एनडी तिवारी का भी लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। रोहित जनवरी 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। बीते 12 अप्रैल को रोहित ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए साक्षात्कार में कांग्रेस में शामिल होकर भविष्य तलाशने की बात कही थी। उनकी शादी पिछले साल 11 मई को इंदौर की रहने वाली अपूर्वा शुक्ला से हुई थी। अपूर्वा सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं।

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