आज आला हजरत की दरगाह पहुंचे श्रीश्री रविशंकर, तौकीर रजा से करेंगे मुलाकात

अयोध्या विवाद पर मध्यस्थता के मोर्चे पर निकले श्री श्री रविशंकर इन दिनों फुल फॉर्म में हैं. वे लगातार हिंदू-मुस्लिम नेताओं से मुलाकात कर दशकों पुराने इस विवाद को बातचीत के जरिए हल करने की संभावनाएं टटोल रहे हैं. इस कड़ी में आज श्री श्री रविशंकर यूपी के बरेली आला हजरत की दरगाह पहुंचे हैं. बरेलवी विचारधारा के मुसलमानों का ये बड़ा केंद्र माना जाता है.

श्री श्री रविशंकर बरेली में मौलान तौकीर रजा से मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि वो इस मुलाकात के दौरान मौलाना तौकीर रजा के साथ अयोध्या मामले पर समझौता की बात करेंगे. हालांकी मौलाना सुबहानी मियां से उनकी मुलाकात नहीं होगी.

श्री श्री रविशंकर पिछले कई महीनों से अयोध्या मामले को कोर्ट से बाहर सुलझाने और मुसलमानों को विवादित जगह से अपने अधिकार को छोड़ देने के लिए राजी करने के मद्देनजर मुस्लिम रहनुमाओं के साथ मुलाकात कर रहे हैं. इस सिलसिले में उन्होंने मौलाना सलमान नदवी, मुफ्ती अरशद कासमी और मौलाना खालिद रशीदी फिरंगी पहली सहित कई मौलाना के साथ मुलाकात कर चुकें हैं.

गौरतलब है कि आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने सोमवार को अयोध्या मामले पर बड़ा बयान दिया था. उनका कहना है कि अयोध्या विवाद को नहीं सुलझाया गया तो देश सीरिया बन जाएगा. उन्होंने कहा था कि अयोध्या में राममंदिर मुद्दे को कोर्ट से बाहर ही सुलझाया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा था कि अयोध्या मुस्लिमों का धार्मिक स्थल नहीं है. उन्हें इस धार्मिक स्थल पर  अपना दावा छोड़ कर मिसाल पेश करनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि फैसला कोर्ट से आया तो भी कोई राजी नहीं होगा. अगर फैसला कोर्ट से होगा तो किसी एक पक्ष को हार स्वीकार करनी पड़ेगी. ऐसे हालात में हारा हुआ पक्ष अभी तो मान जाएगा, लेकिन कुछ समय बाद फिर बवाल शुरू होगा. जो समाज के लिए अच्छा नहीं होगा.

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग उनके प्रयास की आलोचना कर रहे हैं क्योंकि वो विवाद को बढ़ाना चाहते हैं. मंदिर स्थल पर अस्पताल बनाने का सुझाव बेवकूफी भरा है. और भगवान राम को किसी दूसरे स्थान पर पैदा नहीं कराया जा सकता.

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