धधकते आग में कूद जाते हैं लोग, ज्वालामुखी के मुंह में डालते हैं अनाज
July 17, 2018
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यह हैं इंडोनेशिया का खास त्योहार। जिसका नाम है यादन्या कासदा। यह यहां का एक खास त्योहार है। और उससे भी खास है इसके तहत किए जाने वाले कार्य। जो कई बार बेहद खतरनाक भी साबित होते हैं। त्योहार मनाते हुए कई लोग तो धधकते ज्वालामुखी में ही कूद जाते हैं।
यहां के कुछ लोगों के लिए इस दौरान यहां के पहाड़ ही भगवान बन जाते हैं। क्योंकि उन्हें बहुत कुछ खाने को मिल जाता है। आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि लोग कैसे अपने हाथों में बास्केट लेकर ऊपर से गिरने वाले सामान को लपकने की कोशिश में लगे हुए हैं।
इंडोनेशिया का हिंदू टेंगेरेस समुदाय जून में ईस्ट जावा में इस त्योहार को मनाता है। इसमें लोग धधकते ज्वालामुखी के मुंह में फसल और खाने पीने का सामान डालकर कर पूजा पाठ करते हैं। फेस्टिवल के 14 वें दिन टेंगेरस समुदाय के लोग 7,641 फीट ऊंचे एक्टिव ज्वालामुखी ब्रोमो पर पहुंचते हैं।
समुदाय के लोगों का मानना है कि ऐसा करने से बीमारियों और प्राकृतिक आपदा से इंसान खुद ब खुद बच जाता है। लोगों को पैसे, फसल और खाना डालने के लिए सुलगते गड्ढे तक पहुंचना पड़ता है।
यह त्योहार बहुत ही खतरनाक होता है। क्योंकि कई बार तो लोग खतरे की परवाह किए बिना ही सामान लेने के लिए धधकते गड्ढे में जाकर सामान वापस ले आते हैं। माना जाता है कि अच्छी किस्मत पाने के लिए सामान को वापस भी लाना चाहिए।
यह परंपरा यहां के हिंदुओं में करीब 15वीं शाताब्दी से प्रचलित है। यह यहां हर साल 14वें दिन मनाई जाती है। जहां लोग भगवान को खाना देते हैं तो वहीं कुछ लोग पहाड़ी पर ही खड़े होकर पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य करते हैं।