बिहार के पटना एम्‍स का छात्र भांग पीकर गर्ल्‍स हॉस्‍टल में घुसा, तीन साल के लिए निष्‍कासित

पटना. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना (एम्स-पटना) में एमबीबीएस के फाइनल ईयर के छात्र को तीन साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया. छात्र पर आरोप है कि वह बीते 27 फरवरी को प्री-होली पार्टी के बाद भांग पीकर अर्धनग्‍न होकर गर्ल्स हॉस्टल में घुस गया था. छात्र को हॉस्टल की सुरक्षा में तैनात महिला बलों ने किसी तरह काबू में किया था। इस दौरान छात्राओं ने छात्र के खिलाफ कार्रवाई के लिए हंगामा किया था। निदेशक डॉ प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि कॉलेज खुलने के बाद जांच कमेटी बनाई जाएगी। जांच टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपी छात्र को उसके घर केरल भेज दिया गया है। छात्र के अभिभावक से भी एम्स प्रशासन की बात हुई है। एम्स प्रशासन छात्र के कैरियर को देखते हुए निर्णय लेगा।

भांग पीकर अर्धनग्‍न हालत में छात्रावास में घुसा 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, होली से पहले तमाम छात्र होली मना रहे थे. इस दौरान वह खुले मैदान में होली खेल रहे थे। मैदान के पास ही लड़कियों का हॉस्‍टल था। जहां शाम को आरोपी छात्र भांग केे नशे में लड़कियों के कमरा नंबर 7 में घुस गया. बताया जाता है कि एक छात्रा के लिए वह नर्सिंग हॉस्टल में चला गया। इस दौरान जब आरोपी छात्र हॉस्‍टल में दौड़कर घुस रहा था, तभी उसकी लुंगी खुल गई, जिसकी वजह से छात्राओं को काफी शर्मिंदगी हुई. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी छात्र को पकड़ लिया।

इसके बाद हॉस्‍टल की छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. छात्राओं की चेतावनी के बाद एम्स प्रशासन ने मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की, लेकिन छात्राओं के विरोध के बाद छात्र पर कार्रवाई की गई। छात्राओं ने चेतावनी दी थी कि अगर आरोपी छात्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो वह मुकदमा दर्ज कराएंगी, जिसके बाद आखिरकार एम्स की ओर से 28 फरवरी को छात्र के खिलाफ कार्रवाई की गई। हालांकि इस मामले में पुलिस से कोई शिकायत नहीं की गई है। वहीं एम्स के डायरेक्टर का कहना है कि आरोपी छात्र शराब के नशे में नहीं था, बल्कि उसने भांग खायी थी। आरोप है कि किसी ने ठंड़ई में गलती से भाग मिला दी थी। आरोपी छात्र इस साल अपनी फाइनल परीक्षा में शामिल होने वाला था।

आरोपी छात्र को तीन साल के लिए कॉलेज से निकाला

पटना एम्स के डायरेक्टर डॉ प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी छात्र को तीन वर्ष के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया है. आरोपी छात्र के माता-पिता से एक बार फिर से बातचीत की जाएगी और फैसले की समीक्षा होगी, क्योंकि छात्र का भविष्य चौपट हो सकता है। उधर, लड़कियों के छात्रावास की चीफ वार्डेन डॉक्टर साधना शर्मा ने 2013 बैच के सभी छात्रों को आदेश दिया है कि वह हॉस्टल नंबर एक को खाली करके हॉस्टल नंबर 4 में शिफ्ट हो जाएं।

गर्ल्‍स हॉस्‍टल में बढ़ाई गई सुरक्षा

कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, गर्ल्‍स हॉस्‍टल में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। हॉस्‍टल के सामने एक रोलिंग गेट के साथ एक सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था की जाएगी। गर्ल्‍स हॉस्‍टल के चारों ओर एक सीमा की दीवार भी बनाएंगे और बैरीकेटिंग भी परिसर में किया जाएगा।

पटना एम्‍स में कुल 11 हॉस्‍टल

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना (एम्स-पटना) के पास कुल 11 हॉस्टल हैं. इसमें से चार हॉस्‍टल (हॉस्‍टल नंबर 2, 3, 5 और 6) लड़कियों के लिए हैं, जबकि तीन लड़कों के लिए हैं। दो हॉस्टल (4 और 7) खाली हैं. इसके अलावा हॉस्टल 10 और 11 जूनियर और वरिष्ठ निवासियों के लिए हैं।

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