कानपुर. यहां बिंदकी में गुरुवार को उपद्रवियों ने ओडिशा संपर्क क्रांति को पलटाने की कोशिश की। ट्रेन स्लीपर तोड़ते हुए निकल गई। तेज आवाज से यात्रियों में दहशत मच गई। इस हादसे में इंजन का बफर टूट गया, हालांकि चालक ने सतर्कता बरतते हुए ट्रेन रोक दी। रेलवे ने इसे अपराध मानते हुए 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
ये है मामला…
– जानकारी के मुताबिक गुवाहाटी से दिल्ली जा रही 12505 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस का इंजन गुरुवार शाम लगभग 4 बजकर 20 मिनट पर कंसपुर के गेट नंबर 56 के पास खराब हो गया। जब पौन घंटे तक ट्रेन रवाना नहीं हुई तो यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
– ऐसे में चालक किसी तरह ट्रेन को बिंदकी रोड रेलवे स्टेशन की लूप लाइन पर ले गया। उधर, औंग से मालगाड़ी का इंजन देर से आने और पीछे चल रही ट्रेनों को कानपुर की ओर जाते देख नॉर्थ ईस्ट में सवार यात्री बेकाबू हो गई।
नाराज यात्रियों ने ट्रैक पर रख दिया स्लीपर
– यात्रियों ने पहले स्टेशन मास्टर बिंदकी के ऑफिस में जाकर बवाल किया। बात न बनने पर कुछ उपद्रवियों ने ट्रैक पर स्लीपर रख दिया। पोर्टर दिलीप कुमार ने यह देखा तो उनके होश उड़ गए।
– इसके बाद उन्हें अपलाइन पर ओडिशा संपर्क क्रांति एक्सप्रेस आती दिखी तो तत्काल लाल झंडी दिखाई। स्पीड में होने की वजह से ट्रेन चालक डीपी सिंह ने ब्रेक लगाया, लेकिन स्पीड तेज होने के चलते ट्रेन रुक न सकी और इंजन स्लीपर से टकराते हुए आगे बढ़ गया। इस हादसे में इंजन का बफर टूट गया।
– इसके बाद चालक ने किसी तरह ट्रेन रोक दी। जांच-पड़ताल के बाद 15 मिनट बाद ओडिशा संपर्क क्रांति को रवाना कर दिया गया।
200 अज्ञात पैसेंजर्स के खिलाफ दर्ज होगा केस
– ”मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) जीके बंसल ने बताया कि, ”बिंदकी स्टेशन पर 12505 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के यात्रियों ने जो काम किया, वह आम यात्री का काम नहीं। यह तो उपद्रवियों जैसा काम था।”
– ”इस वजह से रेलवे ने दो सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।”