4 असेंबली सीटों के आये बाइपोल नतीजों में बवाना में AAP आगे, गोवा में पर्रिकर-राणे जीते

  • नई दिल्ली.आंध्र प्रदेश, गोवा और दिल्ली की चार असेंबली सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। गोवा की दोनों सीट बीजेपी के खाते में गई हैं। पणजी में सीएम मनोहर पर्रिकर और वालपेई में विश्वजीत राणे को जीत मिली। दिल्ली के बवाना में कांग्रेस-आप में कांटे की टक्कर है। बीजेपी तीसरे नंबर पर है। नंदयाल में टीडीपी कैंडिडेट बढ़त बनाए हुए हैं। चारों सीटों पर 23 अगस्त को वोट डाले गए थे। 
    Parapkar-Rane wins in Goa, ahead of AAP in Bawana in Bipol results due to 4 assembly seats

    अपडेट्स…

    – बवाना:आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। बीजेपी तीसरे नंबर है। 14वें राउंड के बाद आप कैंडिडेट रामचंद्र 27,647 वोट के साथ फिर आगे हो गए हैं। कांग्रेस कैंडिडेट सुरेंद्र कुमार को 22,936 और बीजेपी कैंडिडेट वेद प्रकाश को 19,542 वोट मिले हैं।
    – नंदयाल:8वें राउंड के बाद टीडीपी कैंडिडेट भुमा ब्रह्मानंद रेड्डी 31,117 वोट के साथ आगे चल रहे हैं। वाईएसआर कांग्रेस के कैंडिडेट शिल्पा मोहन रेड्डी को 17,955 और कांग्रेस को 278 वोट मिले हैं।
    – पणजी:मनोहर पर्रिकर ने पहले राउंड से ही बढ़त जारी रखी। कुल तीन राउंड के बाद उन्होंने 4,803 वोट से जीत दर्ज की। इसके बाद पर्रिकर ने कहा है कि वो अगले हफ्ते राज्यसभा की मेंबरशिप से इस्तीफा देंगे।
    – वालपेई:कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए विश्वजीत राणे को जीत 10,066 वोट से जीत मिल गई है।

     चारों सीटों का क्या है हाल?

    ये भी पढ़ें:-  बाबा की वजह से शर्मसार हुआ पूरा देश! चीन बोला-पहले डेरे से निपट…!

     दिल्ली- बवाना सीट

    – नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली की इस सीट पर पिछले चुनाव में 62% के मुकाबले सिर्फ 45% वोट पड़े। यहां करीब 3 लाख वोटर हैं।
    – बीजेपी ने आप के टिकट पर 2015 में जीत दर्ज करने वाले वेद प्रकाश को कैंडिडेट बनाया। उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और मार्च में बीजेपी में शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने तीन बार विधायक रहे सुरेंद्र कुमार को टिकट दिया है। आप ने रामचंद्र को चुनाव मैदान में उतारा है।
    – 2015 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली आप के लिए बवाना में चुनाव अहम है। आप को गोवा और पंजाब के असेंबली, एमसीडी और राजौरी गार्डन असेंबली सीट पर हार मिली। इसके बाद सीएम केजरीवाल और पार्टी नेताओं ने तय किया था कि अब फोकस दिल्ली पर होगा।

     गोवा- पणजी और वालपेई सीट

    -यहां पणजी सीट पर 70% और वालपेई में 80% वोटिंग हुई। पणजी सीट पर मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर चुनाव मैदान में उतरे। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के गिरीश चोडांकर और गोवा सुरक्षा मंच (GSM) के आनंद शिरोडकर से था। बीजेपी विधायक सिद्धार्थ कुनकालीनेकर के इस्तीफा देने के बाद ये सीट खाली हुई।
    – बुधवार को वोट करने के बाद पर्रिकर ने कहा था, ‘मैं कोई अनुमान नहीं लगाऊंगा, लेकिन जीत काफी मजबूत होगी।’ अब वे अगले हफ्ते राज्यसभा की मेंबरशिप से इस्तीफा देंगे।
    – वालपेई सीट पर कांग्रेस से बीजेपी में आए विश्वजीत राणे ने जीत दर्ज की है। मई में गोवा असेंबली के फ्लोर टेस्ट के वक्त उन्होंने इस्तीफे दे दिया था।

     आंध्र प्रदेश- नंदयाल सीट

    – नंदयाल सीट पर 72% वोटिंग हुई। टीडीपी विधायक भुमा नागिरेड्डी के निधन के बाद कुरनूल जिले की नंदयाल सीट पर चुनाव हो रहा है। यहां कुल 2.19 लाख वोटर हैं।
    – सीएम चंद्रबाबू नायडू के लिए ये सीट प्रतिष्ठा का सवाल है। क्योंकि वाईएसआर कांग्रेस ने इस चुनाव को सरकार के 3 साल के कामकाज की परीक्षा बताया है। वाईएसआर ने शिल्पा मोहन रेड्डी को टिकट दिया है। पार्टी प्रेसिडेंट जगनमोहन रेड्डी खुद यहां प्रचार कर चुके हैं।
    – यहां एक रैली में जगमोहन रेड्डी ने सीएम नायडू के लिए आपत्तिजनक बयान दिया था। इस पर इलेक्शन कमीशन ने सख्स रुख अख्तियार करते हुए आंध्र प्रदेश ईसी को फौरन कार्रवाई का ऑर्डर दिए। इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

    क्यों हुए उपचुनाव?

    – बवाना:इस सीट से 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज कर विधायक बने वेद प्रकाश ने इस्तीफा देकर मार्च में बीजेपी ज्वाइन कर ली थी।
    – पणजी:यहां के बीजेपी विधायक सिद्धार्थ कुनकालीनेकर ने इस्तीफा देकर सीएम मनोहर पर्रिकर के लिए सीट छोड़ी। पर्रिकर को सीएम बनने के बाद 6 महीने असेंबली मेंबर बनना जरूरी था। 
    – वालपेई:यहां से कांग्रेस के टिकट पर लड़े विश्वजीत राणे ने जीत दर्ज की थी। मई में गोवा असेंबली के फ्लोर टेस्ट के वक्त उन्होंने नाटकीय तरीके से विधायकी और पार्टी से इस्तीफे दे दिया था।
    – नंदयाल: कुरनूल जिले की ये सीट टीडीपी विधायक भुमा नागिरेड्डी के निधन के बाद खाली हो गई थी।
Back to top button