जानिए कब है पापमोचिनी एकादशी… इस व्रत को रखने से कटते हैं सारे पाप

पापमोचिनी एकादशी 19 मार्च को है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है. पंचांग के अनुसार, हर साल 24 बार एकादशी पड़ती है. इस व्रत की महत्ता अन्य एकादशी तिथियों से ज्यादा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भक्त पूरी श्रद्धा के साथ पापमोचिनी एकादशी का व्रत करता है उसके सभी पाप कट जाते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, खुद भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को इस व्रत की महिमा बताई थी. पद्मपुराण में इस बात का जिक्र मिलता है कि इस व्रत को करने से यश, धन, वैभव और सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती है. इस व्रत का फल तपस्या के बराबर माना जाता है. आइए जानते हैं पापमोचिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त…


पापमोचिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त:
पाप मोचिनी एकादशी इस बात 19 मार्च को है. इस दिन शुभ मुहूर्त केवल 2 घंटे 25 मिनट तक ही रहेगा.
व्रत पारण का समय: २० मार्च को दोपहर 1 बजकर 41 मिनट से शाम 4 बजकर 7 मिनट तक किसी भी समय आप व्रत का पारण कर सकते हैं.
हरिवास का समय: 20 मार्च को दोपहर 12 :30 तक हरिवास का समय है.

इस विधि से करें पूजा:
पापमोचनी एकादशी के दिन पूरे विधि विधान के साथ भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करें.इस व्रत से एक दिन पहले यानी कि दशमी के दिन इस व्रत को करने वाले लोगों को सात्विक आहार (बिना लहसुन, प्याज का खाना, नॉनवेज) लेना चाहिए. ऐसा करने से मन और शरीर दोनों शुद्ध रहता है. एकादशी के दिन मन ही मन भगवान विष्णु का स्मरण करना चाहिए.

पापमोचनी एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान करके पूजाघर में जाकर भगवान विष्णु को प्रणाम करने के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए. इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए.

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