PAK का झूठ आया सामने- UN ने LoC पर अपने दल पर फायरिंग से किया इंकार

पाकिस्तान का झूठ एक बार फिर उजागर हो गया है. पाकिस्तानी सेना ने बुधवार को दावा किया था कि LoC के दौरे के वक्त संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक दल के दो अधिकारियों को ले जा रहा वाहन भारतीय सैनिकों के हमले की चपेट में आ गया. लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने इस बात से सिरे से इंकार कर दिया है कि उसके पर्यवेक्षकों का वाहन किसी गोलीबारी का श‍िकार हुआ है. 

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस के प्रवक्ता स्टीफेन दुजारिक ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि यूनएन मिलिट्री ऑब्जर्वर्स ग्रुप इन इंडिया ऐंड पाकिस्तान (UNMOGIP) पर हमले का कोई प्रमाण नहीं है. दुजारिक ने कहा, ‘इस दोपहर पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के भीमबर जिले में पाकिस्तानी सेना के एस्कॉर्ट्स के साथ UNMOGIP पर्यवेक्षकों ने भी गोली चलने की आवाज सुनी थी, लेकिन इस बात के कोई साक्ष्य नहीं हैं कि UNMOGIP प्रेक्षक इस गोलीबारी का निशाना थे. यूएन का कोई भी पर्यवेक्षक घायल नहीं है.’

इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने एक बयान में कहा कि वाहन में भारत और पाकिस्तान से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह के अधिकारी मेजर एमैनुयल (फिलीपीन) और मेजर मिरको (क्रोएशिया) सवार थे.

पाकिस्तान के दावे के मुताबिक नियंत्रण रेखा के दौरे के समय ये दोनों अधिकारी भारतीय सैनिकों के हमले की चपेट में आए गए. पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई ने कहा, दोनों अधिकारी सुरक्षित हैं. वे वाहन से उतर गए और फिर अपने सुनिश्चत स्थान पर गए. बीते 17 मई को पाकिस्तानी सेना ने अकारण भारतीय गोलीबारी के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक समूह के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी.

पाकिस्तान के अखबार डॉन में प्रकाशित खबर के मुताबिक यूएन का यह दल पाकिस्तान की आपत्ति के बाद सीमा का जायजा लेने आया था. पर्यवेक्षकों ने ये जानकारी भी दी है कि भारत की ओर से 10, 13 और 16 मई को सीज फायर का उल्लंघन किया गया है. साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय सेना ने ऑटोमेटिक हथियार से फायरिंग की और भारी मोर्टार भी दागे हैं. जिसकी चपेट में पाकिस्तान के सीमावर्ती गांव भी चपेट में आए हैं.

भारतीय सेना की ओर से मंगलवार को एक वीडियो जारी किया गया था जिसमें नौशेरा सेक्टर में सीमापार की पाक चौकियों को निशाना बनाते साफ देखा जा सकता है. सेना ने पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सेना की चौकियों को निशाना बनाया है, जिसमें पाक आर्मी का एक कमांडो भी मारा गया था. हालांकि पाकिस्तान से भारत की कार्रवाई से इनकार किया है.

पाकिस्तान की ओर से भी एक वीडियो जारी कर भारतीय चौकियों को निशाना बनाने का दावा किया जा रहा है. पिछले दिनों भारतीय जवानों के शवों से बर्बरता को लेकर देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का माहौल है. भारतीय सेना की कार्रवाई को शहीदों के अपमान के बदले के रूप में देखा जा रहा है.

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