एक बार फिर से काफी चर्चा में है पाकिस्‍तानी नागरिक आफिया सिद्दीकी और क्यों इन्हें कहा जाता है ‘लेडी अलकायदा’

 पाकिस्‍तान की एक नागरिक आफिया सिद्दीकी एक बार फिर से काफी चर्चा में है। इसकी वजह बनी है आतंकियों द्वारा आफिया की रिहाई की मांग करना। दरअसल, अमेरिका के टेक्सास में आतंकियों ने यहूदी मंदिर पर हमला कर चार लोगों को बंधक बना लिया है। इन आतंकियों ने चार यहूदियों की रिहाई के बदले आफिया सिद्दीकी को रिहा करने की मांग की है। आफिया फिलहाल अमेरिका की ही जेल में बंद है और वह अमेरिकी सैन्य अधिकारियों के खिलाफ साजिश रचने और उन पर जानलेवा हमले कराने की दोषी है। न्यूयार्क कोर्ट ने उसको 86 साल की जेल सजा सुनाई गई।

लेडी अलकायदा

इस आफिया को लेडी अलकायदा के नाम से भी जाना जाता है। पहली बार इस लेडी अलकायदा का नाम वर्ष 2018 में उस वक्‍त चर्चा में आया था जब एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया था पाकिस्तान और अमेरिका के बीच हुई एक सीक्रेट डील में अमेरिका ने आफिया को छोड़ने के बदले में डाक्‍टर शकील अहमद को मांगा था। आपको बता दें कि शकील अहमद की बदौलत ही अलकायदा का चीफ ओसामा बिन लादेन पाकिस्‍तान के ऐबटाबाद में मारा गया था। डाक्‍टर शकील ने ही एक फर्जी अभियान चलाया था जिससे ओसामा की पहचान हो सकी थी।

बेहद खुंखार है आफिया

आफिया उन कुख्‍यात लोगों में शुमार है जिसने अमेरिका को दहलाने तक की साजिश रची थी। वो कितनी खूंखार है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जेल में बंद रहते हुए भी उसने एफबीआई अधिकारी को जान से मारने की साजिश रची थी। 2003 में पहली बार अमेरिका को आफिया के नाम का पता चला था टऔर उसको अफगानिस्‍तान में गिरफ्तार कर अमेरिका भेज दिया गया था। आफिया को अमेरिका में 86 वर्षों की सजा सुनाई गई है।

पेशे से न्‍यूरोसाइंटिस्‍ट है आफिया

आपको बता दें कि आफिया सिद्दीकी एक पाकिस्तानी नागरिक और पेशे से न्यूरोसाइंटिस्ट है। उसने अमेरिका के मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी से न्यूरोसाइंस में पीएचडी की है। एक समय था जब आफिया एफबीआई के लिए मोस्‍ट वांटेड बन गई थी। उसको लेडी अलकायदा का नाम इसलिए दिया गया था क्‍योंकि वो इस आतंकी संगठन से जुड़ी हुई थी। वो कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में सबसे आगे रही है।

आफिया पर हैं संगीन आरोप

अफगानिस्तान में अमेरिकी खुफिया एजेंट, सैनिकों व अमेरिका में रह रहे पाकिस्तान के पूर्व एंबेसडर हुसैन हक्कानी को मारने की साजिश रचने का आरोप है। इसके अलावा 2011 में मेगोगेट कांड की मुख्य साजिशकर्ता भी आफिया ही रही थी। आतंक की दुनिया में आफिया का नाम पहली बार एक आतंकी खालिद शेख मोहम्मद की जुबान से निकला था। उसने अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा की गई पूछताछ में आफिया का जिक्र किया था।

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