एनडी तिवारी के कहने पर संजय गांधी ने अमेठी से शुरू की थी राजनीति
संजय गांधी ने अमेठी से अपनी राजनीतिक पारी यूं ही नहीं शुरू की थी, बल्कि उन्होंने तब के मुख्यमंत्री एनडी तिवारी से सलाह ली थी। उनके मशविरे के बाद अमेठी को राजनीति का मैदान बनाया था। संजय गांधी के करीबी रहे महेंद्र तिवारी कहते हैं कि अमेठी में गांधी परिवार के सबसे पहले शख्स संजय गांधी ही हैं, जिन्होंने सबसे पहले अमेठी में दस्तक दिया था। वह कहते हैं कि 1976 में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। एनडी तिवारी यहां के मुख्यमंत्री थे।
संजय गांधी ने राजनीति में कदम रखने का मन बनाया। उस वक्त उन्होंने बाकायदा एनडी तिवारी से सलाह ली। उनसे कहा था कि आप उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े जिले का नाम बताएं। जहां से वह राजनीति शुरू कर विकास के काम कराएं और उसी जिले को अपना राजनैतिक घराना बनाएं।
वह कहते हैं कि इसके बाद उन्हें अमेठी में सक्रिय होने की सलाह दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने अमेठी में अपना डेरा डाला। इसके बाद अमेठी में राजनैतिक शुरूआत के लिए उन्होंने सबसे पहले यहां के युवाओं की टीम खड़ी की। खास तौर से उन्होंने स्पोर्टस मैन युवाओं को अपने साथ जोड़ा। यहां से संजय गांधी ने युवाओं को अपने साथ लेकर एक टीम तैयार की।
1976 में श्रमदान से हुई थी शुरुआत
जानकार बताते हैं कि जब संजय गांधी ने अमेठी में अपनी पैठ बनाने की शुरूआत की। तब युवाओं की टीम खड़ी करने के बाद कई समाजसेवा के बड़े काम भी किए। उन्होंने श्रमदान किया, कई जनहित के काम कराए थे। युवाओं को लेकर शिविर भी आयोजित कराए गए थे।