OMG: चांद पर मिलेगी 4G सर्विस, धरती पर कर सकेंगे सीधे HD लाइव वीडियो स्ट्रीम

अगर आप से कहा जाए कि अब आप चांद पर पहुंचकर अपने स्मार्टफोन पर बात कर सकेंगे. साथ ही वीडियो कॉलिंग का लुत्फ भी उठा सकेंगे तो आप शायद ही इस बात पर विश्वास करेंगे लेकिन बहुत जल्द ही यह संभव होने वाला है. जी हां… आपने बिल्कुल सही सुना है. इस असंभव से लगने वाले काम को संभव करने का बीड़ा नोकिया और वोडाफोन ने मिलकर उठाया है. टेलीकॉम क्षेत्र की कंपनी वोडाफोन और स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी नोकिया साथ मिलकर जल्द ही चांद पर 4G नेटवर्क की शुरुआत करने वाले हैं. 2019 में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की जाएगी. इसके तहत चांद पर मौजूद 4G नेटवर्क की मदद से बेसस्टेशन तक हाई डेफिनेशन (HD) में वीडियो स्ट्रीम किए जा सकेंगे. चांद पर शुरु होने वाले इस प्रोजेक्ट से धरती पर सीधे HD लाइव विडियो स्ट्रीम किए जा सकेंगे. 

OMG: चांद पर मिलेगी 4G सर्विस, धरती पर कर सकेंगे सीधे HD लाइव वीडियो स्ट्रीम

वजन उठाने में फॉल्कन हैवी रॉकेट का नही है कोई जोड़ 
एलन मस्क की अमेरिकन प्राइवेट स्पेस कंपनी SpaceX बीते कई सालों से स्पेस मिशन पर काम कर रही है. स्पेस कंपनी SpaceX ने हाल ही में फॉल्कन हैवी रॉकेट लॉन्च किया था. SpaceX कंपनी का कहना है कि फॉल्कन हैवी रॉकेट, सबसे पॉवरफुल रॉकेट डेल्टा-4 से दो गुना वजन अंतरिक्ष में ले जा सकता है. चांद पर मोबाइल नेटवर्क की शुरुआत के लिए फॉल्कन हैवी रॉकेट का ही इस्तेमाल किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट में टेक्नोलॉजी पार्टनर के रूप में नोकिया जुड़ा हुआ है. नोकिया, वोडाफोन के साथ मिलकर स्पेस-ग्रेड नेटवर्क का निर्माण करेगी. यह इक्विपमेंट्स का वजन में बहुत हल्के होंगे. इस प्रोजेक्ट में कारमेकर कंपनी ऑडी भी जुड़ी हुई है.

4 कैमरे और 16000mAh की बैटरी के साथ लॉन्च हुआ यह स्मार्टफोन

5G इन्टरनेट सर्विस की स्टेबिलिटी कम 
इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए बर्लिन की PTScientists के साथ ये कंपनियां काम कर रहीं हैं. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से चांद पर 4G नेटवर्क की शुरुआत की जाएगी. पहले इन कंपनियों ने चांद पर 5G इन्टरनेट सर्विस की शुरुआत करने का प्रयास किया था. 5G इन्टरनेट सर्विस की कम स्टेबिलिटी के कारण यह लूनर सरफेस पर ठीक से काम नही कर पा रही है. फिलहाल 5G इन्टरनेट सर्विस का इस्तेमाल टेस्टिंग के लिए किया जा रहा है. इस मिशन में वोडाफोन और नोकिया के साथ कारमेकर कंपनी ऑडी भी साथ काम कर रही है. यह मिशन पहला प्राइवेट मून मिशन है, जो चांद पर होगा.

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