अक्सर PM मोदी को खींच लाती हैं देवभूमि की वादियां

देहरादून: इसे देवभूमि से विशेष लगाव कहें या फिर बाबा केदारनाथ के प्रति अगाध श्रद्धा, बात चाहे जो भी हो, लेकिन उत्तराखंड की सरजमीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अक्सर यहां खींच लाती है। प्रधानमंत्री बनने के बाद चार साल के वक्फे में उनका इस छोटे से हिमालयी राज्य का आठवां दौरा इसकी तस्दीक भी करता है। नमो के इस लगाव के फलस्वरूप कई सौगात भी राज्य को मिली हैं। फिर चाहे वह केदारपुरी का पुनर्निर्माण हो अथवा ऑल वेदर रोड परियोजना या फिर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की शुरुआत। मुकाम हासिल करने पर ये राज्य की आर्थिकी संवारने की दिशा में अहम साबित होंगी।अक्सर PM मोदी को खींच लाती हैं देवभूमि की वादियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड हिमालय की कंदराओं से दशकों पुराना नाता रहा है। एक दौर में उन्होंने केदारनाथ के पास गरुड़चट्टी में साधना की थी। इसके बाद भी उनका केदारनाथ आना- जाना लगा रहा। जून 2013 में केदारनाथ त्रासदी के वक्त वह गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उत्तराखंड आए थे। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने राज्य में चार स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित कर उत्तराखंडवासियों का दिल जीता।

अब बात करते हैं प्रधानमंत्री बनने के बाद नमो के उत्तराखंड दौरों की। पीएम बनने पर सबसे पहले 11 सितंबर 2015 को वह निजी दौरे पर ऋषिकेश के दयानंद आश्रम आए और अपने गुरु से मुलाकात की। इसके बाद से तो नमो हर साल ही उत्तराखंड आ रहे हैं। राज्य के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 27 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री ने देहरादून में चारधाम को जोड़ने वाली 11 हजार करोड़ से अधिक की लागत वाली ऑल वेदर रोड परियोजना की सौगात दी।

विस चुनाव के दौरान 2017 में उन्होंने 10 से 12 फरवरी तक हरिद्वार, रुद्रपुर, पिथौरागढ़ व श्रीनगर में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। यह मोदी का जादू ही था कि लोकसभा चुनाव की भांति उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला। पिछले साल मोदी चार बार उत्तराखंड आए। तीन मई 2017 को केदारनाथ के कपाट खुलने के अवसर पर वह मौजूद रहे। 

पांच अक्टूबर को वह लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी आए। 20 अक्टूबर को केदारनाथ के कपाट बंद होने के अवसर पर भी प्रधानमंत्री पहुंचे और कई योजनाओं की शुरूआत की। 26 व 27 अक्टूबर को उत्तराखंड की वादियां फिर मोदी को यहां खींच लाई और उन्होंने यह दो दिन पहाड़ों की रानी मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में प्रशिक्षु आइएएस के साथ बिताए। अब उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए भी उत्तराखंड को चुना और यहीं से वह देश-दुनिया को योग का संदेश देंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह राज्य में उनका आठवां दौरा है। संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी प्रधानमंत्री ने छोटे से राज्य में इतनी बार दौरे किए हैं।

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