अब आप भी खा सकेंगे जेल की रोटी, सरकार खोलेगी ऐसी कैंटीन

पंजाब सरकार अब जेल की रोटी बेचने की तैयारी कर रही है। इसके लिए सरकार कैंटीन खोलने की तैयारी कर रही है। काफी लोगों को ज्योतिषियों की राय में जेल की रोटी खाने को कहा जाता है। ऐसे लोग जेल की रोटी के लिए तमाम प्रकार के जुगाड़ लगाते हैं। अब इसके मद्देनजर जेलों के बाहर कैंटीन खोले जाने का प्रस्ताव सरकार को दिया गया है। नए जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि इस प्रकार के सुझाव आए हैं और इस पर विचार किया जा रहा है।

अब आप भी खा सकेंगे जेल की रोटी, सरकार खोलेगी ऐसी कैंटीन

कैंटीन से दो तरफा लाभ होगा कि जेलों में कैदियों से मुलाकात करने के लिए आने वाले लोगों को भी खाना उपलब्ध हो सकेगा और जिन्हें जेल की रोटी खानी हो, वह भी वहां से खाना ले सकते हैं। इसका रेट अभी तय नहीं किया गया है, लेकिन 200 रुपये प्रति प्लेट खाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।

रंधावा ने मंगलवार को गृह सचिव सहित सभी जेलों के अधिकारियों के साथ दो घंटे तक चली बैठक में अहम फैसले लिए गए। जेल मंत्री ने कहा कि जेलों में कुर्सी व मेज बनाने का काम होता है। स्कूलों में इनकी सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए संबंधित पैरामीटर पर इनके निर्माण की कवायद शुरू करवाई जा रही है। साथ ही मार्कफेड जेलों में कैदियों की तरफ से बनाई जाने वाली चीजों की मार्केटिंग और उनकी बिक्री भी करेगा।

जेल मंत्री ने कहा कि  कैदियों की वोकेशनल ट्रेनिंग, खेल व पढ़ाई तथा स्किल डेलवपमेंट को लेकर भी नए सिरे से प्लानिंग की जा रही है। मंगलवार को बैठक में जेल अधिकारियों से इस संबंध में उनके विचार लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में विभिन्न जेलों में ए ग्रेड के 90 खूंखार कैदियों को रखा गया है। 1500 एड्स पीडि़त कैदी हैं। इनके सहित अन्य बीमारियों के इलाज के लिए कैदियों की बीमा पालिसी करवाने पर विचार किया जा रहा है। सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है कि सरकारी अस्पतालों की तरह ही जेलों में भी कैदियों को मुफ्त में दवाइयां दी जाएं।

जेलों में सुपरिंटेंडेंट के अलावा कोई भी अधिकारी नहीं ले जा सकेगा मोबाइल

जेल मंत्री ने कहा कि बीते साल 1500 मोबाइल पकड़े गए हैं। इसलिए आज से ही यह कर दिया गया है कि अब जेलों में जेल सुपरिंटेंडेंट के अलावा दूसरे किसी स्टाफ को मोबाइल लेकर अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। कैदियों तक मोबाइल न उपलब्ध होने पाए को लेकर अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं। जेलों में नशे व नशीली सामग्री के इस्तेमाल पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। अब इस मामले में जो भी मुलाजिम या अधिकारी या कैदी पकड़ा गया उसके खिलाफ पर्चा दर्ज करके कारवाई की जाएगी।

जेलों में किसी भी कीमत पर नहीं बिकने देंगे चिट्टा : रंधावा

मैराथन बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वह किसी भी कीमत पर जेलों में चिट्टा नहीं बिकने देंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें जेल मंत्री बने 11 दिन हो गए हैं। इन 11 दिनों में उन्होंने जेलों के सुधार के लिए ही काम किया है। पहला एजेंडा जेलों का सुधार ही है। जेलों की सुरक्षा के लिए अब 4 जी की बजाय 5 जी तकनीकी वाले जैमर लगाने की व्यवस्था की जा रही है। जेलों में स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए 1200 मुलाजिमों की भर्ती जा रही है। 300 की भर्ती की प्रक्रिया व ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। मुलाजिमों के प्रमोशन की पॉलिसी को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। जेलों में बाडी स्कैनर भी लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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