अब इस राज्‍य में भी हुई 10वीं, 12वीं के सिलेबस में 30 प्रतिशत की कटौती

पश्चिम बंगाल राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने 25 नवंबर को घोषणा की कि Covid19 महामारी के कारण पश्चिम बंगाल सरकार ने 2020-21 शैक्षणिक वर्ष के लिए माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर के पाठ्यक्रम को कम करने का फैसला किया है. निर्णय सिलेबस सुधार समिति द्वारा की गई सिफारिशों के बाद लिया गया है.

एक संवाददाता सम्‍मेलन के दौरान उन्‍होंने कहा, “हमें माता-पिता, छात्रों और विभिन्न शिक्षकों से इसके लिए अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं. हमारे पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, वेस्ट बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन और हमारी विशेषज्ञ समिति ने भी इस संबंध में कुछ सिफारिशें की हैं. इन सभी के आधार पर हमने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक कक्षओं के पाठ्यक्रम को कम करने का निर्णय लिया है. इस वर्ष की बोर्ड परीक्षा के लिए इन कक्षाओं का 30-35 प्रतिशत पाठ्यक्रम कम हो जाएगा.”

उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन और वेस्ट बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन, अगले साल की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की तारीखों की घोषणा उचित समय पर करेंगे. इस दौरान उन्‍होंने यह भी कहा कि बंगाल में राज्य-संचालित या निजी स्कूल खोलने की कोई तत्काल संभावना नहीं है. उन्‍होंने कहा, “स्कूल लंबे समय से बंद हैं. स्कूल शिक्षा विभाग पहले यह सुनिश्चित करेगा कि स्कूल फिर से खोलने से पहले Covid19 सुरक्षा मानदंडों को बनाए रखने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं. स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति देने से पहले उचित सेनिटाइज़ेशन और सुरक्षा उपाय किए जाने की आवश्यकता है.”

‘दिसंबर में कॉलेज और विश्वविद्यालय फिर से खुलेंगे या नहीं’, इस सवाल के जवाब में चटर्जी ने कहा, “पहले हम विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ इस विषय पर चर्चा करेंगे, उसके बाद हम आपको बताएंगे. इससे पहले कि हम इस पर कोई निर्णय लें, हम उप-कुलपतियों के विचारों से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे.” बता दें कि इससे पहले CBSE बोर्ड भी पढ़ाई के हुए नुकसान को देखते हुए इस वर्ष सिलेबस कम करने की घोषणा कर चुका है. संक्रमण की बिगड़ती स्थिति के बीच फिलहाल स्‍कूल दोबारा खुलना भी मुश्किल होता दिख रहा है.

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