अब विदेशी मुद्रा विनिमय के मामले में मिलेगी बड़ी राहत, रुपये और येन में कारोबार करेंगे भारत-जापान

भारत-जापान के बीच 75 अरब डॉलर मूल्य के द्विपक्षीय कारोबार का भुगतान जापानी मुद्रा येन और भारतीय मुद्रा रुपया में करने को लेकर सहमति बन गई है। दोनों देशों ने इसको लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर भी कर दिए। मोदी 13वें भारत-जापान सालाना शिखर सम्मेलन में भाग लेने शनिवार को यहां पहुंचे हैं।

वित्त मंत्रालय ने कहा कि इस समझौते से विदेशी मुद्रा विनिमय के मामले में बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही यह समझौता दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और मजबूत करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा के दौरान इस समझौते को दोनों देशों ने मंजूरी दी। पीएम मोदी और जापान के उनके समकक्ष शिंजो आबे ने समझौते की सराहना की। 

मंत्रालय ने कहा कि समझौते से भारत के पूंजी बाजार और विदेशी विनिमय को स्थिरता मिलेगी। इससे भारत जरूरत पड़ने पर 75 अरब डॉलर की पूंजी का इस्तेमाल अन्य मदों में कर सकता है। साथ ही संबंधित देश सस्ते ब्याज पर कर्ज ले सकते हैं।

यही नहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुद्रा की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव से भी राहत मिल सकती है। मंत्रालय ने बताया कि मोदी और आबे ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार, क्षेत्रीय मुद्दे और वैश्विक स्थिति को लेकर भी चर्चा की। 

व्यापक बदलाव के दौर से गुजर रहा भारत : मोदी
टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान यात्रा के दूसरे दिन भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत व्यापक बदलाव के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने जापान में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों को ‘नया भारत’ के निर्माण में सक्रिय भागीदारी के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और जापान को बुद्ध व सुभाष चंद्र बोस ने जोड़ा। आधुनिक युग में भारतीय ये काम कर रहे हैं। 

भारतीय जापान में भारत के दूत

मोदी ने कहा, ‘जापान में रह रहे भारतीय समुदाय की भारत की आर्थिक वृद्धि में बड़ी भूमिका है। बुलेट ट्रेन से लेकर स्मार्ट शहरों तक जापान ‘नया भारत’ के लिए तैयार हो रही बुनियादी संरचना में योगदान दे रहा है।’ प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय के लोगों को जापान में भारत का दूत बताया। पीएम ने अगले साल वाराणसी में होने वाले प्रवासी दिवस सम्मेलन में भारतीय समुदाय के लोगों को भी आमंत्रित किया।

एक जीबी डाटा पानी की बोतल से सस्ता
पीएम ने कहा, ‘वित्तीय समावेश का भारतीय तरीका विशेषकर जन धन योजना-मोबाइल-आधार की तिकड़ी और डिजिटल लेनदेन के प्रारूप को दुनियाभर में सराहा जा रहा है। ब्राडबैंड अब गांवों में पहुंच रहा है। देश में 100 करोड़ से अधिक सक्रिय मोबाइल उपभोक्ता हैं। भारत में एक जीबी डेटा पानी की छोटी बोतल से भी सस्ता है। यह सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने का जरिया बन रहा है।’

वैश्विक ब्रांड बना ‘मेक इन इंडिया’
‘मेक इन इंडिया’ के बारे में मोदी ने कहा कि यह मुहिम वैश्विक ब्रांड के तौर पर उभरी है। पीएम ने कहा, ‘पिछले साल हमारे वैज्ञानिकों ने एक साथ 100 से अधिक सैटेलाइट लॉन्च कर कीर्तिमान स्थापित किया। हमने काफी कम लागत में चंद्रयान और मंगलयान भेजा। भारत 2022 में अंतरिक्ष में गगनयान भेजने की तैयारी कर रहा है। गगनयान हर मायने में स्वदेशी होगा। इसमें जाने वाला एक यात्री भी भारतीय होगा।’
पटेल की विरासत को याद किया
मोदी ने कहा, ‘हम हर साल सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म समारोह मनाते हैं। इस बार हम पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित करेंगे। गुजरात में उनके जन्म स्थान पर पटेल की मूर्ति तैयार हो रही है, जो दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होगी।’

योग-आयुर्वेद में पहली बार सहयोग
भारत और जापान ने पहली बार योग और आयुर्वेद जैसी पारंपरिक भारतीय औषधीय प्रणाली में सहयोग का फैसला किया है। इसे लेकर भारत के आयुष मंत्रालय और कानागावा प्रीफेक्चुरल सरकार के बीच करार हुआ। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसका मकसद राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन के तहत चिह्नित क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाना है।

जापानी नेताओं से द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की
मोदी जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो से मिले और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के महासचिव तोशिहीरो निकाई और आर्थिक व्यापार व उद्योग मंत्री हीरोशिगे सेको से भी मुलाकात की।

जापानी कारोबारियों को निवेश का न्योता

प्रधानमंत्री ने जापान के कारोबारियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने ने व्यापार मंच शिखर सम्मेलन में जापानी कारोबारियों से बातचीत के दौरान कहा, मैं हमेशा ‘मजबूत भारत-मजबूत जापान’ के बारे में बात करता हूं। मैं जापानी व्यापारियों के भारत में विश्वास दिखाने के लिए आभार जताता हूं। मैं आप सभी को निवेश प्रक्रिया को तेज करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित करता हूं।’ 
एनएसजी में भारत की सदस्यता का समर्थन 
जापान ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता का समर्थन किया है। साथ ही पीएम मोदी और उनके जापानी समकक्ष आबे ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों पर भी जोर दिया।

भारत अर्थव्यवस्था की अगुवाई करेगा
इससे पहले भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत व्यापक बदलाव के दौर से गुजर रहा है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों का कहना है कि आने वाले दशक में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था की अगुवाई करेगा।  

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