अब मैं अकालियों से पूरी ताकत के साथ टक्कर लूंगा: नवजोत सिंह सिद्धू

अमृतसर। स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर चिट्टे के सौदागरों को सलाखों के पीछे भेजने की बात कहकर राजनीति गर्मा दी है। सिद्धू ने कहा कि अब वे अकालियों से टक्कर लेने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और उन्हें सबक सिखाने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे। रोड रेज केस में सुप्रीम कोर्ट से बरी होने के बाद सिद्धू मंगलवार को श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होने पहुंचे थे।

अब मैं अकालियों से पूरी ताकत के साथ टक्कर लूंगा: नवजोत सिंह सिद्धू

सिद्धू ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ब्यास दरिया में मछलियों पर जहर से वार हुआ है, लेकिन पंजाब में जो बड़ी मछलियां चिट्टे का धंधा कर रही हैं, पंजाब का खून चूस रही हैं और अपनी जेबें भर रही हैं, उन पर कार्रवाई जरूरी है। सिद्धू ने कहा कि ये वो बड़ी मछलियां हैं जो जहर उगलते हुए पंजाब में घूम रही हैं। जिस दिन इन मछलियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, पंजाब के लोगों का राजनीति पर विश्वास पूरी तरह कायम हो जाएगा। मेरी लड़ाई इन्हीं बड़ी मछलियों के साथ है। शाहकोट उपचुनाव के बाद वह अकालियों की पोल खोलकर रख देंगे।

हरिसमरत को अब जीएसटी की याद क्यों आई

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि हरसिमरत कौर बादल कहती हैं कि वह जीएसटी के मुद्दे पर किसी भी हद तक जा सकती हैं। लोकसभा चुनाव में कुछ महीने का समय शेष रहने पर हरसिमरत कौर को जीएसटी की याद आ रही है। इससे पहले वह क्यों खामोश रहीं।

ब्यास दरिया प्रकरण में होगी सख्त कार्रवाई

ब्यास दरिया में केमिकल युक्त शीरे के कारण मछलियों की मौत के मामले में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। सिद्धू बोले, अकाली-भाजपा सरकार ने करोड़ों के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का दावा किया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया। आज शहरों का दूषित पानी दरियाओं में जा रहा है। अब पंजाब सरकार वर्ष के अंत तक चालीस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू करेगी।

विनम्र श्रद्धालु की तरह अरदास की

रोडरेज मामले में तीस साल बाद फैसला आने के पश्चात नवजोत सिद्धू ने श्री हरिमंदिर साहिब में शुकराने की अरदास की। वाहेगुरु का शुकराना करने के बाद सिद्धू ने गुरुबाणी भी श्रवण की। परिक्रमा के दौरान सिद्धू ने पवित्र दुखभंजनी बेरी के समीप जाकर अरदास की। पावन सरोवर का जल ग्रहण किया। परिक्रमा में बनी छबील पर ठंडेमीठे जल से प्यास बुझाई। मुख्य भवन में सुशोभित श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सम्मुख नतमस्तक हुए सिद्धू ने विनम्र श्रद्धालु की तरह अरदास की।

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