कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- शाहकोट उपचुनाव में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती का एतराज नहीं

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि शाहकोट उपचुनाव के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती पर कोई आपत्ति नहीं है। इससे विरोधी पक्ष ख़ासकर शिरोमणि अकाली दल के नेताओं को चुनाव में अपनी स्पष्ट हार को बहानेबाजी करने और राज्य सरकार की दखलंदाज़ी के आरोप लगाने का मौका नहीं मिलेगा।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- शाहकोट उपचुनाव में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती का एतराज नहीं

कहा- सुरक्षा बलों की तैनाती से अकालियों को हार पर झूठी बहानेबाज़ी का मौका नहीं मिलेगा

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल की मांग के मुताबिक उपचुनाव के दौरान अमन-शांति को यकीनी बनाने के लिए अर्द्ध सैनिक बल तैनात करने पर उनको कोई एतराज़ नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि चुनाव आयोग यह कदम उठाता है तो वह इसका स्वागत करेंगे। इससे उपचुनाव के नतीजों के बाद अकालियों को सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने के मनगढ़ंत आरोप लगाने का मौका नहीं मिलेगा। इस उपचुनाव में अकालियों की शर्मनाक हार तय है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि अकाली अपने शासनकाल के दौरान कांग्रेस को राज्य की सत्ता में आने से रोकने के लिए हर संभव हथियार इस्तेमाल कर लोकतांत्रिक ढांचे को नुकसान पहुंचाते रहे हैं। लेकिन आज ये अकाली नेता अब उपचुनाव के लिए अर्द्ध सैनिक बलों की मांग लेकर चुनाव आयोग की तरफ भाग रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शाहकोट चुनाव के सुरक्षा प्रबंधों के लिए अर्द्ध सैनिक बल तैनात करने संबंधी यदि चुनाव आयोग द्वारा फ़ैसला लिया जाता है तो इसका न तो वह निजी तौर पर, न सरकार और न ही कांग्रेस पार्टी विरोध करेगी।

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि गुरदासपुर उपचुनाव के दौरान भी शिअद नेताओं ने ऐसे ओछे हत्थकंडे अपनाए थे। अकालियों को जब भी अपनी हार दिखाई देने लगती है तो वे मतदान से पहले और बाद में चुनाव आचार संहित के उल्लंघन और सरकारी दखलंदाज़ी की शिकायतें करने लगते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शाहकोट में कांग्रेस की जीत दीवार पर लिखा पढ़ लेने के बाद अकाली पूरी तरह घबराए हुए हैं और किसी तरह लोगों का समर्थन जुटाने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकालियों की इन पैंतड़ेबाजिय़ों से अब लोग गुमराह नहीं होंगेे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल मेहतपुर के एसएचओ के समर्थन में डटे हुए हैं जबकि चुनाव आयोग ने ही इस एसएचओ को ड्यूटी के लिए अयोग्य पाया है।

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