बिहार चुनाव के बाद पंजाब में कांग्रेस का नया संगठनात्मक ढांचा

जालन्धर। बिहार में विधानसभा के चुनाव खत्म हो गए हैं तथा अब पंजाब में कांग्रेस का नया संगठनात्मक ढांचा बनाने का मार्ग भी प्रशस्त होने जा रहा है। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि पंजाब कांग्रेस द्वारा कांग्रेस नेतृत्व को लगभग 2 माह पहले जो सूची भेजी गई थी उसमें थोड़ा-बहुत परिवर्तन किए जाने के आसार हैं तथा उसके बाद नए ढांचे पर कांग्रेस नेतृत्व की मोहर लग जाएगी।

बिहार विधानसभा चुनावों के कारण पंजाब में कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे को घोषित करने में देरी हो रही थी। दूसरा कारण केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कृ षि कानून थे जिसे लेकर केंद्र व पंजाब के मध्य टकराव की स्थिति बनी हुई थी। बिहार चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं तथा ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि किसानों के आंदोलन को देखते हुए केंद्र द्वारा उनसे की जाने वाली बातचीत में शायद कोई रास्ता निकल आए जिससे किसानों को शांत किया जा सके।

इसके बाद कांग्रेस नेतृत्व द्वारा राज्य इकाई को लेकर लम्बित पड़े फैसले पर अपनी मोहर लगाई जा सकती है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह तथा पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ पहले ही संगठनात्मक ढांचे पर अपनी मोहर लगा चुके हैं।

उनकी इस संबंध में पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी हरीश रावत के साथ भी चर्चा हो चुकी है। नया संगठनात्मक ढांचा बनाते समय 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों पर पूरी नजरें टिकी रहेंगी तथा उसे देखते हुए इसमें नए चेहरे शामिल किए जाएंगे। मौजूदा ढांचे में चल रहे मंत्रियों, विधायकों को हटाकर उनके स्थान पर अन्य कांग्रेस नेताओं को स्थान दिया जाएगा।

इसी तरह से नए ढांचे के साथ ही जिला इकाइयों का पुनर्गठन भी कर दिया जाएगा। जिला इकाइयां पिछले कु छ महीनों से भंग चल रही हैं। माना जा रहा है कि नए जिलाध्यक्षों को लेकर पहले ही कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व जाखड़ में सहमति हो गई थी। नए संगठनात्मक ढांचे में सभी वर्गों के नेताओं के मध्य संतुलन स्थापित किए जाने के आसार हैं। कांग्रेसी कई महीनों से नए संगठनात्मक ढांचे की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं।

Back to top button